सोमवार राजभवन का घेराव करने के बाद के अनुबंध कर्मी हड़ताल पर बैठ गए है. कर्मियों का कहना है कि अब जब तक उनकी बात सुनी नहीं जाएगी तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी. आपको ज्ञात हो कि संघ पारा मेडिकल नियमावली 2018 में आंशिक संशोधन करते हुए स्वास्थ्य विभाग के सभी पारा मेडिकल कर्मियों को वर्ष 2014 की तरह विभागीय समायोजन की प्रक्रिया अविलंब शरु नहीं होने के कारण आक्रोशित हैं. मांगें पूरी नहीं होने पर 16 जनवरी (सोमवार) को संघ ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया.
इस आंदोलन में झारखंड अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ, ऑल झारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन आदि संगठनों के द्वारा भी समर्थन मिला है. साथ ही अन्य संगठनों के द्वारा भी सहयोग मिल रहा है. झारखंड राज्य एनआरएचएम एएनएम/जीएनएम संघ की प्रदेश अध्यक्ष मीरा कुमारी ने कहा कि हमारे आंदोलन को कमजोर करने के लिए समाचार पत्रों में सरकार के द्वारा खबर चलाया जा रहा है कि अनुबंध कर्मी को स्थाई किया जाएगा. लेकिन यह आश्वासन सुनते-सुनते तीन साल बीत चुका है. जब तक नियमितीकरण की राह प्रशस्त नहीं होगी तब तक हम संघर्षरत रहेंगे.