Jharkhand News: झारखंड प्रदेश भाजपा में बड़ा बदलाव हो सकता है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश को बदलने की तैयारी चल रही है. पार्टी सूत्रों की मानें, तो इस पर केंद्रीय नेतृत्व जल्द निर्णय ले सकता है. इसके साथ ही यह चर्चा राजनीतिक गलियारों में तेज हो गयी है कि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को एक बार फिर जिम्मेवारी मिल सकती है या नये प्रदेश अध्यक्ष को देखने को मिल सकता है. दीपक प्रकाश वर्तमान में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के साथ राज्यसभा सांसद भी हैं.
दीपक प्रकाश का 25 फरवरी को तीन साल का कार्यकाल हो रहा पूरा
बता दें कि झारखंड बीजेपी के महामंत्री रहे दीपक प्रकाश 25 फरवरी, 2020 को झारखंड बीजेपी के नये प्रदेश अध्यक्ष बने थे. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने मनोनयन का पत्र जारी किया था. वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष दीपका प्रकाश का तीन साल का कार्यकाल 25 फरवरी को पूरा होने वाला है. दीपक प्रकाश ने 25 फरवरी, 2020 को झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेवारी संभाले थे. तीन साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले भाजपा झारखंड में नये अध्यक्ष की तलाश में जुट गयी है.
जातीय और सामाजिक संतुलन पर हो रहा विचार-विमर्श
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने झारखंड में कुछ माह पहले ही बदलाव करते हुए लक्ष्मीकांत वाजपेयी को प्रदेश प्रभारी औ कर्मवीर को प्रदेश संगठन महामंत्री बनाया था. नये प्रदेश अध्यक्ष को लेकर जातीय और सामाजिक संतुलन पर विचार-विमर्श किया जा रहा है. पार्टी ओबीसी मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए नये प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर विचार कर सकती है.
लक्ष्मण गिलुवा के इस्तीफा देने के बाद दीपक प्रकाश बने प्रदेश अध्यक्ष
2019 के विधानसभा चुनाव में झारखंड में पार्टी की हार के बाद तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा (अब स्वर्गीय) ने प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था. इनके अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का पद खाली था. इसी को ध्यान में रखकर केंद्रीय नेतृत्व ने नये प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर दीपक प्रकाश को जिम्मेवारी सौंपी.
तीन दशक से बीजेपी से जुड़े
14 अप्रैल, 1960 को जन्मे दीपक प्रकाश की राजनीति करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई. 1973 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य थे और बाद में भाजपा में शामिल हो गए. करीब तीन दशक से बीजेपी से जुड़े हैं. हालांकि, कुछ समय के लिए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के बनाये झारखंड विकास पार्टी में भी गये, लेकिन जल्द ही दोबारा बीजेपी में वापस आ गये.