रांची : सीआरपीएफ के आइजी, कमांडेंट सहित 500 अज्ञात जवानों के खिलाफ रांची के गोंदा थाना में प्राथमिकी किये जाने के मामले में डीजीपी, रांची के डीसी व एसएसपी ने गृह विभाग को रिपोर्ट भेज दी है. संबंधित अधिकारियों ने रिपोर्ट भेजने की पुष्टि की है. जानकारी के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया है कि 20 जनवरी 2024 को दोपहर ढाई बजे एलपीएन शाहदेव चौक पर कई वाहनों से सीआरपीएफ के अधिकारी व जवान सीएम के कांके रोड स्थित सरकारी आवास की ओर जाने का प्रयास कर रहे थे. इसमें सीआरपीएफ ने एसओपी (स्पेशल ऑपरेटिंग प्रॉसिडिओर) का पालन नहीं किया.
एसओपी के तहत सीआरपीएफ को चाहिए था कि वह अपने आने की सूचना पहले स्थानीय पुलिस प्रशासन को देता. लेकिन ऐसा नहीं किया गया. जबकि जिला प्रशासन ने सीआरपीएफ से वापस जाने का अनुरोध किया था. सीएम आवास और आसपास के 500 मीटर क्षेत्र में सदर एसडीओ के आदेश से धारा 144 लागू होने की बात भी सीआरपीएफ को बतायी गयी थी. इसके बावजूद सीआरपीएफ के अधिकारी व जवान कैंप लौटने के बजाय ड्यूटी पर तैनात दंडाधिकारी व पुलिस बलों से उलझ गये.
सीआरपीएफ के जवानों का कहना था कि उनके आइजी व कमांडेंट ने सीएम आवास जाने का आदेश दिया है. रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद सीआरपीएफ के जवान अपने वाहन को एटीआइ और मुख्यमंत्री आवास के पिछले गेट के समीप लगाकर घेराबंदी करने लगे थे. इससे विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो गयी थी. राज्य सरकार के अधिकारियों के काफी प्रयास के बाद स्थिति संभला. उल्लेखनीय है कि घटना के दिन मुख्यमंत्री आवास में सीएम हेमंत सोरेन से इडी की टीम पूछताछ कर रही थी. उसी दौरान उक्त घटना घटी.