झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के पूर्व विधायक डॉ सरफराज अहमद राज्यसभा चुनाव के लिए झारखंड से इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) के साझा उम्मीदवार बनाए गए हैं. वह सोमवार (11 मार्च) को 12 बजे नामांकन पत्र दाखिल करेंगे.
झारखंड की सत्ताधारी दल की बैठक में तय हुआ उम्मीदवार
रविवार (10 मार्च) की रात को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के आवास पर सत्ताधारी दल की बैठक हुई. बैठक में राज्यसभा चुनाव के लिए झारखंड से डॉ सरफराज अहमद के नाम पर मुहर लगा दी गई. वह झामुमो के उम्मीदवार होंगे. गठबंधन के घटक दलों ने उनको अपना समर्थन देने का ऐलान किया. झारखंड में झामुमो, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का गठबंधन है. ये तीनों ही पार्टियां केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ बने ग्रांड अलायंस I.N.D.I.A. का हिस्सा हैं.
डॉ सरफराज अहमद झामुमो के टिकट पर जाएंगे राज्यसभा
चर्चा थी कि डॉ सरफराज अहमद कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा का चुनाव लड़ेंगे. लेकिन, सीएम आवास में हुई बैठक में तय हुआ कि वह झामुमो के चुनाव चिह्न पर ही राज्यसभा का चुनाव लड़ेंगे. डॉ सरफराज के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से प्रदीप वर्मा को मैदान में उतारा गया है. मुंबई के एक बिजनेसमैन हरिहर महापात्रा ने राज्यसभा चुनाव के लिए झारखंड से टिकट खरीदा था, लेकिन अब तक कोई उनका प्रस्तावक नहीं बना है.
हरिहर महापात्रा को नहीं मिला प्रस्तावक
बता दें कि किसी भी उम्मीदवार के राज्यसभा चुनाव लड़ने के लिए जरूरी है कि उनके नामांकन पत्र पर कम से कम 10 विधायकों के हस्ताक्षर हों. यानी 10 विधायक जब तक प्रस्तावक नहीं बनेंगे, कोई भी व्यक्ति राज्यसभा का चुनाव नहीं लड़ सकता है. झारखंड में हरिहर महापात्रा को एक भी प्रस्तावक नहीं मिला है. दूसरी तरफ, भाजपा ने सत्ताधारी दल से आग्रह किया है कि राज्यसभा चुनाव में वह कोई दूसरा उम्मीदवार न उतारे.
…तो प्रदीप वर्मा और डॉ सरफराज अहमद निर्विरोध जीत जाएंगे
अगर सत्ताधारी गठबंधन की ओर से कोई दूसरा उम्मीदवार मैदान में नहीं आता है, तो झारखंड में राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान की नौबत नहीं आएगी. दोनों ही दलों के एक-एक सदस्य निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिए जाएंगे. बता दें कि झारखंड की 2 राज्यसभा सीटों के लिए 21 मार्च को द्विवार्षिक चुनाव होना है. डॉ सरफराज अहमद ने I.N.D.I.A. उम्मीदवार के रूप में 7 मार्च को ही नामांकन परचा खरीद लिया था. कांग्रेस के धीरज साहू और भाजपा के समीर उरांव का कार्यकाल खत्म होने की वजह से यहां द्विवार्षिक चुनाव हो रहे हैं.