रांची : ईडी के समन पर राज्यसभा सांसद धीरज साहू बजट सत्र छोड़ कर शुक्रवार को इडी के रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे. ईडी ने सांसद और साहिबगंज के उपायुक्त के डिजिटल डिवाइस से डाटा लिया और विनोद सिंह से पूछताछ की. वहीं, राजस्व कर्मचारी भानु प्रसाद प्रसाद को बड़गाईं स्थित जमीन पर ले जाकर मोबाइल से मिले ब्योरे का सत्यापन कराया. ईडी अधिकारियों का दल जमीन खरीद-बिक्री मामले में रिमांड पर लिये गये राजस्व कर्मचारी भानु प्रसाद प्रसाद और हेमंत सोरेन के करीबी विनोद सिंह को लेकर बडगाईं स्थित जमीन पर पहुंचा. विनोद सिंह को भी इस जमीन की जानकारी थी.
भानु प्रताप ने भी अपने मोबाइल से मिले आंकड़ों के आलोक में भौतिक रूप से इस जमीन को सत्यापित किया. साथ ही यह पुष्टि की कि उसने मुख्यमंत्री सचिवालय से मिले निर्देश के आलोक में इसी जमीन की मापी की थी और उसका विस्तृत ब्योरा तैयार किया था. ईडी ने विनोद सिंह से उसके मोबाइल से मिले व्हाट्सऐप चैट के सिलसिले में पूछताछ की. पूछताछ के दौरान उसने अपने मोबाइल से मैसेज भेजे जाने की बात मानी.
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इधर, राज्यसभा सांसद धीरज साहू ईडी द्वारा जारी किये गये समन को आलोक में शुक्रवार को दिन के करीब 11:00 बजे रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे. इडी ने गुरुग्राम स्थित फ्लैट पर छापेमारी के दौरान मिले सामान के मद्देनजर उन्हें आठ फरवरी को समन भेज कर 10 फरवरी को हाजिर होने का निर्देश दिया था. साथ ही गुरुग्राम स्थित फ्लैट से जब्त किये गये लैपटॉप और पेन ड्राइव को रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय भेज दिया था. सांसद धीर साहू के इडी कार्यालय पहुंचने पर उनसे पहले चरण की पूछताछ की गयी. इसमें उनकी और पारिवारिक सदस्यों की आमदनी और संपत्ति से संबंधित सवाल पूछे गये. उनसे मुख्यमंत्री के दिल्ली स्थित सरकारी आवास से जब्त बीएमडब्ल्यू कार के सिलसिले में भी कुछ सवाल पूछे गये. लेकिन वह कार से अपना संबंध होने से इनकार करते रहे. इसके बाद इडी ने उनके लैपटॉप का डाटा निकाला और इससे संबंधित ब्योरा पर उनका हस्ताक्षर कराया. लैपटॉप से मिले आंकड़ों के विश्लेषण के बाद उनसे आगे की पूछताछ की जायेगी.
साहिबगंज के उपायुक्त राम निवास यादव भी ईडी द्वारा जारी समन के आलोक में रांची स्थित निदेशालय के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे. इडी ने उनके घर पर छापेमारी के बाद समन भेजा था, लेकिन उन्होंने राज्य सरकार द्वारा अपने कर्मचारियों पर केंद्रीय एजेंसियों के सामने हाजिर होने पर पाबंदी लगाने और एसओपी जारी करने का हवाला देते हुए हाजिर होने से इनकार कर दिया था. हालांकि, इडी द्वारा वंदना दादेल के पत्र का जवाब भेजे जाने के बाद उपायुक्त खुद ही इडी के सामने पेश होने के लिए तैयार हुए थे. उन्होंने इडी से 22 जनवरी के बाद बुलाने का आग्रह किया था. इसके बाद इडी ने उन्हें समन भेज कर 10 फरवरी को हाजिर होने का निर्देश दिया था. इडी ने शनिवार को उनके लैपटॉप से डाटा निकाला और उस पर उनका हस्ताक्षर कराया. लैपटॉप से मिले ब्योरे के विश्लेषण के बाद उनसे पूछताछ की जायेगी. इडी ने छापेमारी के दौरान उनके घर से जब्त किये गये 7.25 लाख रुपये नकद और प्रतिबंधित हथियारों की बरामद 26 गोलियों के सिलसिले में पूछताछ की. लेकिन, उन्होंने इससे जुड़े सवालों को सही-सही जवाब नहीं दिया.