विशेष संवाददाता (रांची).
प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की टीम ने धनबाद में नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (एनआरएचएम) घोटाले से जुड़े पांच लोगों प्रमोद सिंह, अंजीव सिंह, अरुण सिंह, अश्विनी कुमार शर्मा और दिव्य प्रकाश के ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान चल अचल संपत्ति और कोयले के कारोबार से जुड़े दस्तावेज जब्त किये गये हैं. इडी ने प्रमोद के घर पर खड़ी तीन महंगी गाड़ियां जब्त कर ली है. छापेमारी के दौरान प्रमोद ने अपने तीन मोबाइल फोन बाहर फेंक दिये. इडी ने गुरुवार की सुबह करीब सात बजे चारों अभियुक्तों के ठिकानों पर छापा मारा. जानकारी के अनुसार, प्रमोद कुमार सिंह एनआरएचएम में झरिया और जोड़ा पोखर का ब्लॉक अकाउंट मैनेजर था. वर्ष 2008 में संविदा के आधार पर नियुक्त प्रमोद को 17 हजार रुपये मानदेय मिलता था. उसे एनआरएचएम की राशि खर्च करने और कैश बुक लिखने की जिम्मेवारी दी गयी थी. इसी दौरान उसने सरकारी राशि का गबन किया. जांच में पाया गया कि उसने धोखाधड़ी कर अपने रिश्तेदारों और करीबी लोगों के बैंक खाते में एनआरएचएम का पैसा ट्रांसफर किया. इसके बाद उन लोगों से पैसा वापस ले लिया. उसने घोटाले की रकम से अचल संपत्ति अर्जित करने के अलावा अपने करीबी के नाम पर एक गाड़ी खरीदी और खुद इस्तेमाल करता रहा. बाद में उसने इस गाड़ी को अपनी पत्नी प्रिया सिंह के नाम पर ट्रांसफर करा लिया. एनआरएचएम में हुए इस घोटाले के संबंध में रांची और धनबाद में सीबीआई ने वर्ष 2016 और 2019 में अलग अलग प्राथमिकी दर्ज की थी. इडी ने इन दोनों प्राथमिकी के आधार पर इसीआइआर दर्ज करने के बाद मामले की जांच शुरू की थी.इनके ठिकानों पर छापा पड़ा
– प्रमोद सिंह, सहयोगी नगर,सेक्टर 3,सरायढेला,धनबाद- अंजीव सिंह, भूली बी ब्लॉक- अरुण सिंह, नावाडीह, मनोरमा मेट्रोज अपार्टमेंट– अश्विनी कुमार शर्मा, क्वार्टर नंबर-4, कालीनगर, सोनारडीह– दिव्य प्रकाश, क्वार्टर नंबर 83, भूली नगर,सेक्टर-1,शिव मंदिर के पास, धनबाद
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