रांची : जेबीवीएनएल ने शनिवार को अरसंडे (कांके) में 100 वर्गफीट (10×10) के एक जनरल स्टोर को 36,97,383 रुपये का बिजली बिल थमाया. पंकज पुष्कर की पत्नी मृगनयनी कुमारी के नाम से (एमके स्टोर) दुकान है. पहले तो उन्हें लगा यह किसी और का बिल है, जो गलती से उनके पास आ गया है. लेकिन, जब उन्होंने बिल के ऊपर दर्ज कंज्यूमर नंबर देखा, तो पाया कि यह बिल उनकी दुकान का ही है. पंकज सोमवार को उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत करेंगे. पंकज की दुकान में एक छोटा फ्रिज, एक पंखा और दो सीएफएल बल्ब है. आमतौर पर इसका बिल 125 से 200 रुपये के आस-पास आता था. पिछले साल मार्च में स्मार्ट मीटर लगाया गया था. नया मीटर लगते ही बिल आना बंद हो गया. इस दौरान औसत के आधार पर उन्होंने अगस्त में 1000 रुपये जमा कराये. फरवरी माह में खपत पर टोटल असेसमेंट के साथ बिल तैयार कर भेजा गया. इसमें 36,98,384.86 रुपये बताया गया. इसमें एक हजार रुपये घटा कर 36,97,383.00 रुपये का बिल भेजा गया.
क्या कहते हैं महाप्रबंधक
संभव है कि ऊर्जा मित्र द्वारा मीटर में दर्ज रीडिंग लेते वक्त या उसे रिकॉर्ड में एंट्री करते वक्त कोई गलती हुई हो. इस तरह की मानवीय भूल पर हमें खेद है. बिल की त्रुटि सुधारने के लिए विभागीय अधिकारी और कर्मचारियों को निर्देश दिये गये हैं. संबंधित कंज्यूमर को जल्द ही अपडेटेड बिल उपलब्ध कराया जायेगा.
प्रभात कुमार श्रीवास्तव, महाप्रबंधक, विद्युत आपूर्ति सर्कल रांची