रांची. पुरुलिया रोड स्थित मनरेसा हाउस में मंगलवार को जेसुइट मिशनरी फादर जेबी हॉफमैन की पुण्यतिथि मनायी गयी. इस अवसर पर हॉफमैन लॉ एसोसिएट के अधिवक्ता फादर मार्टिन पीटर और वर्किंग पीपुल्स एलायंस के संयोजक अधिवक्ता फादर महेंद्र पीटर तिग्गा सहित अन्य लोगों ने फादर हॉफमैन को श्रद्धांजलि अर्पित की.
सीएनटी एक्ट की परिकल्पना की
फादर महेंद्र पीटर तिग्गा ने कहा कि फादर हॉफमैन छोटानागपुर में धर्मगुरु के रूप में आये थे.लेकिन यहां के हालात देखने के बाद वह समाज में हाशिये पर खड़े लोगों के लिए काम करने लगे.फादर हॉफमैन ने झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करने के क्रम में पाया कि यहां के स्थानीय आदिवासियों को जमीन का कानूनी अधिकार नहीं मिलने से उनकी स्थिति दयनीय हो गयी है. इसे देखते हुए उन्होंने सीएनटी एक्ट की परिकल्पना की. इस कानून को बनाने के लिए अंग्रेजी हुकूमत के समक्ष प्रस्ताव रखा.उनके प्रयास से ही सन 1908 में सीएनटी एक्ट कानून लागू किया गया. हॉफमैन लॉ एसोसिएट के निदेशक अधिवक्ता मार्टिन पीटर ने हॉफमैन द्वारा किये गये कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि वह महान शख्सियत थे, जिन्होंने आदिवासियों को उनके जमीनी अधिकारों के लिए कानून बनाने का काम किया.
फादर हॉफमैन के कार्यों को मान्यता मिले
इस अवसर पर पूर्व टीएसी सदस्य रतन तिर्की ने कहा कि झारखंड निर्माण हुए 24 साल हो गये, लेकिन किसी भी सरकार ने सीएनटी एक्ट का प्रारूप लिखने वाले फादर हॉफमैन के नाम पर न कोई कार्यक्रम किया और न ही पुण्यतिथि मनायी. यह इस राज्य का दुर्भाग्य है. उन्होंने कहा कि सरकार को फादर हॉफमैन के कार्यों को मान्यता देनी चाहिए.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है