झारखंड की राजधानी रांची के मरांग गोमके एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालिफायर के दूसरे दिन चिली और चेक गणराज्य के बीच पहला मैच खेला गया. मैच में चिली ने चेक गणराज्य पर 6-0 से आसान जीत दर्ज कर ली.
चिली की टीम शुरुआत से ही विपक्षी टीम पर हावी रही. मैच के पहले ही क्वार्टर में 13वें मिनट में कॉन्सुएलो डी लास हेरास ने गोल दागा. जिसके बाद चिली ने चेक रिपब्लिक पर 1-0 से बढ़त बना ली. जिसके बाद सेकंड क्वार्टर में दोनों ही टीमें गोल के लिए संघर्ष करती नजर आईं.
तीसरे क्वार्टर की शुरुआत होते ही 36वें मिनट में कैप्टन उरोज मैनुएला ने मैच का दूसरा गोल किया. जिसके कुछ ही मिनट बाद पेनालिटी शूट का फायदा उठाते हुए चिली ने तीसरा गोल किया.
तीसरा गोल 38वें मिनट पर कैमिला ने किया. थर्ड क्वार्टर में 44वें मिनट में एंटोनियो मोरालेस ऑर्चर्ड ने एक और गोल दागकर टीम को 4-0 से आगे कर दिया. मैच का चौथा क्वाटर शुरू होते ही चिली की तरफ से एक बार फिर कैप्टन युरोज मैनुएला ने 47वें मिनट पर गोल किया.
मैच के आखिरी मिनट में चिली की ओर से 58वें मिनट पर मारिया माल्डोनाडो ने गोल कर चिली को 6-0 से जीत दिला दी. चिली का पहले दिन मजबूत जर्मनी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. अब चिली का आखिरी मुकाबला जापान से होगा.
जीत पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए चिली की कैप्टन कहती है कि जर्मनी के साथ खेल में हमने काफी संघर्ष किया था. ऐसे में हमने तय किया था कि इस बार हम बिल्कुल वैसा खेलेंगे जैसे हमेशा खेलते हैं. हमें यकीन था कि हम जीत दर्ज करेंगे. और वहीं हुआ. सेकंड हाफ हमारे लिए और भी शानदार रहा.
उन्होंने कहा कि हमने गोल के कई मौके बनाए और गोल भी किया. वहीं, दो गोल करने पर प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिलने पर वह कहती हैं कि इसकी खुशी जरूर है लेकिन मैं टीम की जीत के लिए ज्यादा खुश हूं.
वहीं, मैच हारने के बाद चेक रिपब्लिक की कैप्टन कहती हैं कि आज यकीनन हमारे लिए बुरा दिन रहा. हमने बहुत कोशिश की लेकिन हम अच्छा नहीं कर पाएं. वह आगे कहती हैं कि सब कुछ गलत हो गया. कैप्टन ने कहा दूसरे गोल के बाद हमने बचाव करना छोड़ दिया. इससे हमारे गेम का लेवल भी गिरा. लेकिन अगले मैच से हमें न सिर्फ बचाव करना है बल्कि मैच में भी बेहतर खेलना है.