रांची के मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा एस्टोटर्फ हॉकी स्टेडियम में चल रहे एफआईएच महिला हॉकी ओलिंपक क्वालीफायर 2024 के ब्रांज मेडल के लिए हुए मुकाबले में भारत जापान से 1-0 से हार गया. इससे पहले गुरुवार को सेमीफाइनल में भारत को जर्मनी से हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन भारत के पास आज का मुकाबला जीतकर ओलिंपिक मे क्वालीफाई करने का मौका था. लेकिन भारतीय महिला हॉकी टीम जापान से पार नहीं पा सकी. मैच के शुरुआत में ही जापान को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला और उसने उसे गोल में बदलकर जीत हासिल की. आठ देशों के बीच हुए मुकाबले में तीन देश जर्मनी, संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान ने ओलिंपिक का टिकट कटा लिया है.
जापान की ओर से कााना उराता ने किया गोल
जापान के लिए काना उराता ने छठे मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला. जापान की यही बढ़त अंत तक बरकरार रही. पूरे मैच में भारतीय टीम एक भी गोल कर पाई. भारत को मैच में नौ पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन एक पर भी गोल नहीं हो सका. फाइनल मुकाबला जर्मनी और जापान के बीच खेला जाएगा. दोनों देश गोल्ड मेडल के लिए एक-दूसरे को हराना चाहेंगे. हालांकि दोनों टीमें पहले ही ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं.
सेमीफाइनल में जर्मनी से हारा था भारत
अपने पूल गेम में भारत ने तीन में से दो मुकाबले जीते थे और सेमीफाइनल में जगह पक्की की थी. लेकिन टीम को सेमीफाइनल में भी हार का सामना करना पड़ा. टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय महिला टीम चौथे नंबर पर रही थी और इस टूर्नामेंट में भी ऐसा ही कुछ हुआ. रांची का हॉकी स्टेडियम भारत के मैच के समय खचाखच भरा हुआ था, लेकिन जैसे ही भारत हारा स्टेडियम खाली होने लगा. दर्शक भारत की हार से काफी निराश दिखे.
क्या बोलीं भारतीय कप्तान और कोच
इस हार के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान सविता पूनिया ने कहा कि मेरे पास सच में इस हार पर कहने को कुछ नहीं है. हमने पेनल्टी कॉर्नर के कई मौके गवाए हैं. उसे गोल में नहीं बदल पाएं. इस गलती को तो हम सुधार नहीं सकते लेकिन हमारी टीम ने आखिरी मिनट तक मेहनत की. हम मौकों को भुना नहीं पाए. वहीं, हार पर भारतीय टीम की कोच का कहना है कि हमने जो गलती पहले जर्मनी के साथ की थी, वही गलती हमने आज भी की. खिलाड़ियों ने बेहतर प्रयास किया लेकिन हम क्वालीफाई नहीं कर सके.