रांची. आइआइएम रांची में सोमवार को पांच दिवसीय नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप कार्यक्रम की शुरुआत हुई. लीडरशिप कार्यक्रम प्रतिष्ठित मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम (एमएमटीटीपी) के तहत संचालित किया गया. कार्यक्रम से उच्च शैक्षणिक संस्थान के संकाय सदस्यों को जोड़ा गया है, जो प्रशिक्षु के रूप में प्रभावी अकादमिक और संस्थागत नेतृत्व के लिए जरूरी कौशल की जानकारी लेंगे. आइआइएम रांची के निदेशक प्रो दीपक कुमार श्रीवास्तव ने प्रशिक्षुओं को प्रोफेशनल वर्क कल्चर में लीडरशिप स्किल की जानकारी दी. कहा कि सामूहिक शिक्षा शैक्षणिक संस्थान को मजबूती बनाती है. इससे संस्थान और उसमें कार्यरत कर्मी का वास्तविक विकास होता है. भारत सरकार की ओर से प्रस्तावित लीडरशिप कार्यक्रम के अंतर्गत ””हर कोई एक नेतृत्वकर्ता”” की संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसमें शामिल हो रहे प्रशिक्षुओं को संस्थागत निर्णय में योगदान की सीख दी जायेगी. यह न केवल संस्थान के विकास में, बल्कि अध्ययनरत विद्यार्थियों के विकास में भी सहायक सिद्ध होगा. पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान अलग-अलग 20 सत्र आयोजित किये जायेंगे. इसमें प्रशिक्षुओं को संस्थान के विकास की रणनीति तैयार करने, अकादमिक प्रशासन को मजबूत करने, नयी शिक्षा पद्धतियों को शामिल करने, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और समन्वय, टीम वर्क, बातचीत व संचार के तौर-तरीकों, सामाजिक प्रभाव, भावनात्मक बुद्धिमता और एआइ के दौर में नेतृत्वकर्ता के लिए जरूरी स्किल की जानकारी दी जायेगी. प्रशिक्षण सत्र में डीन ऑफ एग्जीक्यूटिव एजुकेशन प्रो अमित सचान, कार्यक्रम निदेशक प्रो अंग्शुमन हजारिका आदि शामिल थे.
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