चारा घोटाला मामले में दोषी करार दिये जाने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को होटवार जेल भेज दिया गया. हालांकि, उन्हें राहत भी मिली है. इसके तहत स्वास्थ्य जांच के बाद रिम्स भेजे जायेंगे. इस संबंध में जेल प्रशासन को आदेश दिया गया है. फिलहाल, लालू यादव होटवार जेल में हैं.
इस मामले की सुनवाई 21 तारीख से शुरू होगी और हर दिन 10-10 लोगों को सजा सुनाई जाएगी.
रिम्स में लालू प्रसाद के लिये पेइंग वार्ड का कमरा नंबर 11 किया जा रहा है तैयार. मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ विद्यापति की देखरेख में भर्ती हो सकते हैं. हालांकि इस मामले में फैसला सीबीआई कोर्ट ही लेगी कि उन्हें जेल में रहना होगा या फिर अस्पताल में.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने चारा घोटाला मामले में आज लालू यादव को दोषी करार देने के मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोर्ट का फैसला अप्रत्याशित नहीं है. सबों को यह पता था कि लालू यादव दोषी करार दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इसके पहले भी वे चारा घोटाला के अन्य मामले में दोषी करार दिए गए और जमानत पर बाहर चल रहे हैं.
राजेंद्र पांडेय
साकेत बिहारी लाल
दीनानाथ सहाय
राम सेवक
ऐनल हक़
सनाउल हक़
मो हुसैन
कलशमनी कश्यप
बलदेव साहू
रंजित सिन्हा
अनिल सिन्हा
अनिता प्रसाद
रमावतार शर्मा
चंचल सिन्हा
रामशंकर सिंह
बसंत सिन्हा
क्रांति सिंह
मधु मेहता
चारा घोटाले मामले में लालू यादव दोषी करार कर दिये गये हैं, जबकि 24 लोग बरी हो गये हैं. अब उन्हें जेल जाना होगा. बता दें कि पांचवें केस में भी लालू दोषी करार हो गये हैं
लालू यादव मोरहाबादी स्थित गेस्ट हाउस से कोर्ट पहुंच चुके हैं, और कोर्ट की कार्यवाही भी शुरू हो चुकी है. जानकारी के अनुसार सीबीआई ने अभियुक्तों की जो सूची कोर्ट में सौंपी है उसमें लालू प्रसाद यादव का नाम दूसरे नंबर पर है
राजद की कई वरिष्ठ नेता समेत कार्यकर्ता और विधायक भी कोर्ट परिसर पहुंचे हैं. उधर लालू प्रसाद के अधिवक्ता प्रभात कुमार ने उम्मीद जतायी है कि कोर्ट सभी चीजों को ध्यान में रखकर ही फैसला सुनाएगी. क्यों कि सभी उम्र लगभग 75 वर्ष से ऊपर है और सभी लोग किसी न किसी बिमारी से ग्रस्त हैं
लालू यादव सुनवाई के लिए कोर्ट निकल चुके हैं, दोपहर बाद मामले पर फैसला आने की उम्मीद है. कोर्ट के बाहर उनके प्रशंसकों की भीड़ जमा है और सब लोग बेसब्री से फैसले के इंतजार में हैं
लालू यादव और अन्य अभियुक्तों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर कोर्ट के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गये हैं. मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद ही किसी अंदर या बाहर जानें दिये जा रहे हैं. सुरक्षा कर्मचारियों को ये आदेश है कि किसी को भी बिना जांच अंदर जाने नहीं दिया जाये
चारा घोटाला मामले में सीबीआइ की ओर से केस की पैरवी कर रहे विशेष पीपी बीएमपी सिंह कोर्ट पहुंच गये हैं. मामले की कई अभियुक्त और उनके बचाव पक्ष के वकील भी धीरे धीरे सीबीआइ कोर्ट में एकत्र होने लगे हैं. आज होने वाले इस फैसले पर सभी की निगाहें हैं
पशुपालन घोटाला में मंगलवार को आनेवाले फैसले को लेकर राजद सुप्रीमो रविवार को ही रांची पहुंच गये थे. वे स्टेट गेस्ट हाउस में ठहरे हुए हैं. सोमवार को उनकी बेटी सांसद मीसा भारती उनसे मिलने रांची पहुंचीं. वे एयरपोर्ट से सीधे स्टेट गेस्ट हाउस पहुंची. रांची पहुंचते ही मीसा भारती ने मीडिया से दूरी बना ली.
इधर, राजद के कई वरीय नेता भी पहले से ही रांची पहुंच चुके हैं. इनमें प्रदेश प्रभारी व पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव, प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी, महासचिव श्याम रजक, भोला यादव समेत अन्य शामिल हैं. उम्मीद है कि कई नेता मंगलवार को रांची पहुंच सकते हैं.
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष व विधायक बंधु तिर्की सोमवार सुबह लालू प्रसाद से मिलने स्टेट गेस्ट हाउस पहुंचे. उन्होंने राजद नेता श्री यादव से देश व राज्य के राजनीतिक हालात पर चर्चा की. श्री तिर्की ने बताया कि राजद सुप्रीमो ने राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही सरकार के कामकाज की जानकारी ली. कोरोना काल में पैदा हुई चुनौतियों व प्रभावित विकास कार्य पर भी विशेष चर्चा की. श्री प्रसाद का कहना था कि अब हालात सामान्य हो रहे हैं, ऐसे में सरकार को बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त करने पर ध्यान देना चाहिए. शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में तेजी से काम हो.
सिविल कोर्ट के अधिवक्ता ने बताया कि लालू प्रसाद काफी दिन बाद रांची आये हैं. कई लोग तो उनकी एक झलक पाने के लिए कोर्ट परिसर में आयेंगे. वहीं, इस मामले में लालू के अलावा 98 आरोपी हैं. अनुमान लगाया गया है कि यदि हर आरोपी के साथ एक-एक परिजन भी आयेंगे, तो कोर्ट में 196 लोगों की भीड़ ऐसे ही बढ़ जायेगी़
Also Read: लालू यादव से मिलने रांची पहुंची मीसा भारती, कल आयेगा पशुपालन घोटाले के सबसे बड़े केस में फैसलाराजद सुप्रीमो सह बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद से जुड़े पशुपालन घोटाला के 25 साल पुराने सबसे बड़े मामले (आरसी-47 ए/96) में मंगलवार को सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत में फैसला सुनाया जायेगा़ इस मामले लालू प्रसाद, जगदीश शर्मा, डॉ आरके राणा, धुव्र भगत समेत कई ब्यूरोक्रेट, डॉक्टर, आठ महिला आपूर्तिकर्ता सहित 99 आरोपी शामिल हैं. अदालत ने सभी आरोपियों को सशरीर उपस्थित होने का आदेश दिया है.