प्रेरितों की रानी धर्मसंघ की चार धर्म बहनों ने आजीवन व्रत धारण कियारांची. आर्चबिशप विंसेंट आइंद के समक्ष प्रेरितों की रानी धर्मसंघ की चार धर्म बहनों ने शनिवार को संत वियान्नी चर्च, चान्हो में आजीवन व्रत धारण किया. सिस्टर जेसिका कोली, सिस्टर प्रीति सोनी, सिस्टर स्नेहलता आइंद एवं सिस्टर सुषमा लकड़ा ने पवित्रता, निर्धनता और आज्ञापालन का व्रत धारण किया. यह व्रत धारण समारोह पवित्र मिस्सा बलिदान के साथ आरंभ हुआ. इस अवसर पर अपने उपदेश में आर्चबिशप ने कहा कि हमारा मुख्य लक्ष्य प्रभु की सेवा करना और उसके प्रेम के लिए अपने जीवन को पूर्ण समर्पण करना है.
सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन
प्रभु की सेवा और लोगों की सेवा में विरोधाभास नहीं है. लोगों की सेवा द्वारा हम यह दर्शाते हैं कि वास्तव में हमने अपने जीवन को पूर्ण रूप से प्रभु के लिए समर्पित कर दिया है. उन्होंने पवित्रता, निर्धनता और आज्ञापालन की महता को विस्तृत रूप में स्पष्ट किया. आर्चबिशप ने आजीवन व्रत धारण करने वाली धर्मबहनों के माता-पिता को प्रभु की सेवा के लिए सौंपने पर उनकी सराहना की. मिस्सा बलिदान समाप्ति पर व्रत धारण करने वाली धर्मबहनों के सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. इस अवसर पर फादर अलबर्ट लकड़ा, फादर अनुज सोरेंग, फादर आलोक, फादर प्रफुल्ल टोप्पो, फादर असीम मिंज सहित अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है