बीआइटी मेसरा के 70वें स्थापना दिवस पर पूर्ववर्ती छात्रों का जुटान
रांची. बीआइटी मेसरा के 70वें स्थापना दिवस समारोह की पूर्व संध्या पर रविवार को कल्चरल नाइट का आयोजन हुआ. कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज गीत के साथ हुई. झारखंडी जोहार के साथ स्थानीय लोककला दल रावा ने प्रस्तुति दी. नागपुरी गीतों पर राकेश नायक व दल ने झूमर नृत्य किया. कलाकारों ने लोक कला और पारंपरिक नृत्य-संगीत से अखरा को जीवंत करने की अपील की. लखनऊ घराने के तापस देबनाथ व टीम ने कथक की प्रस्तुति दी. शास्त्रीय संगीत की धुन पर नजाकत भरे नृत्य और अभिनय भाव में प्रस्तुति सरस और दर्शनीय थी. वहीं, युवा कथक साधिका जाह्नवी प्रजापति ने ठुमरी गीतों पर प्रस्तुति दी. देवताओं और गुरुओं के मंगलाचरण के साथ शुरू होकर सुंदर-मोहक मुद्राओं के माध्यम से कथक कर विभिन्न कथाओं को पेश किया. पखवाज की ताल पर जब जाह्नवी के पैर थिरकने शुरू हुए तो दर्शकों का दिल भी उसी लय में धड़कने लगा. सांस्कृतिक संध्या की अंतिम कड़ी में छोटे उस्ताद के नाम से मशहूर 13 वर्षीय गायक अब्दुल रजिक खान ने बॉलीवुड गीतों की प्रस्तुति दी. रजिक ने बॉलीवुड गाने : पहले भी मैं तुमसे मिला हूं… गाने के साथ दर्शकों में जोश भर दिया. इसके बाद एक-एक कर मैं रमता जाेगी…, बुलेया…, मेरे मन ये बता दे तू, किस ओर चला है तू…. मितवा…. गीत पर देर शाम तक बीआइटीयंस झूमते रहे.पूर्ववर्ती छात्रों का हुआ महाजुटान
अपने कॉलेज पास आउट का 40वां वर्ष और 25वां वर्ष मनाने पहुंचे सत्र 1984 और 1999 बैच के पूर्ववर्ती छात्रों का स्वागत हुआ. कुलपति डॉ इंद्रनील मन्ना ने कहा कि पूर्ववर्ती छात्र संस्था की नींव हैं. हमारे पूर्ववर्ती छात्र देश-विदेश में फैले हुए हैं और तकनीकी विकास के साथ-साथ विज्ञान सर्वत्र पूज्यते को साकार कर रहे हैं. उन्होंने पूर्ववर्ती छात्रों को संस्था और अध्ययनरत विद्यार्थियों को दिशा देने में सहयोग करने की अपील की. डीन एलुमनी एंड इंटरनेशनल रिलेशन डॉ श्रद्धा शिवानी ने पूर्ववर्ती छात्रों के कर्मक्षेत्र और तकनीक के विकास में उनके योगदान की सराहना की. स्थापना दिवस समारोह में 100 से अधिक पूर्ववर्ती छात्रों का महाजुटान हुआ है.सम्मान समारोह आज
स्थापना दिवस पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन 15 जुलाई को होगा. सुबह 11 बजे से आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. समारोह के दौरान वार्षिक सम्मान समारोह होगा. देश-विदेश में अपनी छाप छोड़ने वाले आठ पूर्ववर्ती छात्र सम्मानित होंगे. साथ ही विद्यार्थियों के बीच प्रसिद्धि प्राप्त तीन सेवानिवृत्त शिक्षक भी सम्मानित होंगे. मौके पर पूर्ववर्ती विद्यार्थियों की यादों से जुड़ा क्विज कंपीटिशन ””यादें”” का संचालन होगा. एसोसिएट डीन डॉ विशाल एच शाह ने बताया कि स्थापना दिवस समारोह में भारत, यूएस, यूरोप के विभिन्न देश, ऑस्ट्रेलिया, दुबई, कुवैत समेत अन्य देशों से पहुंचे पूर्ववर्ती छात्र शामिल हो रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है