रांची : झारखंड सरकार दिशोम गुरु व सांसद शिबू सोरेन और उनसे जुड़े आंदोलन पर शोध करायेगी. इसके लिए डॉ रामदयाल मुंडा ट्राइबल वेलफेयर रिसर्च इंस्टीट्यूट (टीआरआइ) मोरहाबादी द्वारा शोध प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट का विषय स्टडी अॉन सोनेत संताल समाज एंड टुंडी आश्रम मूवमेंट इन झारखंड रखा गया है. झारखंड सरकार दिशोम गुरु व सांसद शिबू सोरेन और उनसे आंदोलन से जुड़ी हर Hindi News से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
संस्थान द्वारा शोध प्रोजेक्ट के लिए देश भर के विवि/इच्छुक लोगों से 13 नवंबर 2020 तक प्रस्ताव (निविदा) मांगा है. निविदा खोलने की तिथि 25 नवंबर निर्धारित की गयी है. इस शोध में संताल समाज व टुंडी आश्रम आंदोलन के पीछे के उद्देश्यों व उसके परिणाम पर विस्तृत जानकारी हासिल करना है.
मालूम हो कि शिबू सोरेन ने सामाजिक सहयोग से अपने आंदोलन को आगे बढ़ाया था. शिबू सोरेन के नेतृत्व में अादिवासी सुधार समिति के तहत गांवों के विकास के लिए 19 सूत्री कार्यक्रम चलाया गया. इसमें मुख्य रूप से अखड़ा के माध्यम से युवा व बुजुर्गों के लिए शिक्षा, की व्यवस्था करना पुस्तकालय आदि की स्थापना करना,
कृषि व पशुपालन को बढ़ावा देना, वनों का बचाना, महिलाअों को लघु उद्योग से जोड़ना, गांव में ही विवादों को आपसी सुलह से सुलझाना, महाजनों के खिलाफ आंदोलन, सामाजिक बुराइयों व कुरीतियों को मिटाना, अनाज के उत्पादन, रख-रखाव आदि के साथ-साथ उसके हिस्से में ग्रामीणों का योगदान आदि शामिल किये गये थे.
posted by : sameer oraon