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इसरो को सैटेलाइट लॉन्चिंग पैड बनाकर देने वाले HEC के प्लांटों में उत्पादन ठप, आज मना रहा स्थापना दिवस

HEC Foundation Day: एचईसी आज अपना स्थापना दिवस मना रहा है. लेकिन कोई बड़े आयोजन नहीं हो रहा है. औद्योगिकीकरण के क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाने वाले एचईसी की स्थिति आज गंभीर है.

HEC Foundation Day, रांची : वित्तीय संकट से गुजर रहा एचईसी का शुक्रवार को स्थापना दिवस है. हालांकि, इस मौके पर कोई बड़ा आयोजन नहीं हो रहा है. देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इसका उद्घाटन किया था. देश के औद्योगिकीकरण के क्षेत्र में एचईसी ने अपनी बड़ी भूमिका निभायी है. इतना ही नहीं इसरो को लॉन्चिंग पैड के साथ साथ गंगनयान और चंद्रयान के लॉन्चिंग पैड देने वाला भी एचईसी है. वर्तमान में आज इसकी स्थिति गंभीर है. आर्थिक संकट के कारण कर्मियों का 27 माह का वेतन बकाया है. कार्यशील पूंजी के अभाव में प्लांटों में उत्पादन ठप है. एचईसी की देनदारी लगभग तीन हजार करोड़ रुपये हो गयी है.

पहले स्थपना दिवस पर निकाली जाती थी रैली

एचईसी कर्मी बच्चों की फीस जमा नहीं कर पा रहे हैं. निजी स्कूल से नाम कटा कर सरकारी स्कूल में दाखिला कराने पर मजबूर है. कर्मी कर्ज के बोझ से दबे हुए हैं. जेवर व जमीन बेच रहे हैं. चिंता से कई बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं. पूर्व में जहां स्थापना दिवस पर रैली निकाली जाती थी. सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता था. पंडित नेहरू की कार चलायी जाती था. जो अब खराब पड़ी हुई है. एचईसी के अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष कोई बड़ा आयोजन नहीं किया जा रहा है. सिर्फ औपचारिकता ही पूरी की जायेगी. हालांकि इसके लिए प्रबंधन ने कोई जानकारी कर्मियों को नहीं दी है.

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एचईसी ने 62 वर्षों में साबित की है अपनी उपयोगिता

हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचईसी) का उदघाटन 15 नवंबर 1962 को देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने किया था. इस अवसर पर उन्होंने कहा था कि एचईसी देश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा. एचईसी ने अपने जीवनकाल के 62 वर्षों में समय-समय पर अपनी उपयोगिता साबित की है. देश के औद्योगिकीकरण के क्षेत्र में एचइसी ने अपनी महती भूमिका निभाते हुए बोकारो, दुर्गापुर, भिलाई, राउरकेला, विशाखापट्टनम जैसे बड़े स्टील प्लांटों की स्थापना की. जिनकी भूमिका आज भी देश में स्टील उत्पादन में सर्वाधिक है. इसके अलावा इसरो के तीन लांचिंग पैड, इओटी क्रेन के अलावा अन्य उपकरण, पानी जहाज के उपकरण, सेना के लिए माउंटेन गन, बांग्लादेश युद्ध के समय गन बैरल, टी-72 टैंक के लिए उपकरण, माइनिंग क्षेत्र के विभिन्न क्षमता के शावेल, ड्रैगलाइन का निर्माण किया है.

एचईसी कर्मियों ने मनायी पंडित नेहरू की जयंती

एचइसी कर्मियों ने गुरुवार को नेहरू पार्क में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती मनायी. उनके चित्र पर माल्यार्पण किया. श्रमिक नेता भवन सिंह ने कहा कि पंडित नेहरू ने मातृ उद्योग एचइसी की स्थापना की थी. जो आज कुप्रबंधन के कारण बंदी के कगार पर है. कर्मियों को नियमित वेतन नहीं मिल रहा है. 27 माह का वेतन बकाया हो गया है. प्लांटों में कार्यशील पूंजी के अभाव में उत्पादन ठप पड़ा है. उन्होंने सरकार व प्रबंधन से एचइसी को फिर से तीव्र गति से चलाने की मांग की. इस अवसर पर मनोज पाठक, हरेंद्र प्रसाद, प्रमोद कुमार, वाई त्रिपाठी, शहजाद अंसारी, रोहित पांडेय, रंथू लोहरा मुख्य रूप से उपस्थित थे.

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