रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य में कानून व्यवस्था बनाये रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. विशेषकर उग्रवाद और आपराधिक घटनाओं पर हर हाल में लगाम कसा जाना चाहिए, ताकि भयमुक्त वातावरण बनाये रखा जा सके. श्री सोरेन ने गुरुवार को वरीय पुलिस पदाधिकारियों की उपस्थिति में सभी जिलों के एसपी के साथ उच्चस्तरीय बैठक में उक्त बातें कहीं.
इस मौके पर उन्होंने पर्व-त्योहारों के दौरान सुरक्षा-व्यवस्था पुख्ता रखने का निर्देश दिया. उन्होंने कानून व्यवस्था, उग्रवाद और अपराध नियंत्रण समेत विधि-व्यवस्था से जुड़े मामलों पर चर्चा की. बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, सीएम के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, डीजीपी नीरज सिन्हा, सीएम के सचिव विनय कुमार चौबे समेत एडीजी, आइजी व डीआइजी स्तर के कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.
सीएम ने कहा कि बूढ़ा पहाड़, पारसनाथ और सारंडा समेत नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस की उपस्थिति में शिविर लगाकर ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ दें. कहा कि उग्रवाद प्रभावित इलाकों में ग्रामीणों विशेषकर युवाओं को रोजगार से जोड़ने पर उग्रवादी घटनाओं पर काफी हद तक रोक लग सकती है. ग्रामीण इलाकों में तैनात सुरक्षा बलों की जरूरत के सामान ग्रामीणों से लें. इससे रोजगार मिलने के साथ उनकी आय में भी वृद्धि होगी.
सीएम ने कहा कि जेलों में बंद अपराधियों द्वारा मोबाइल या अन्य माध्यमों से आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने की शिकायत लगातार मिल रही है. उन्होंने एक माह में सभी जेलों में जैमर लगाने का निर्देश दिया.
सीएम ने कहा कि कुछ ही दिनों में फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो रही है. इस बार दुर्गा पूजा बड़े पैमाने पर हो रही है, जिसमें भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है. ऐसे में दिसंबर तक पूरे राज्य को हाई अलर्ट पर रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये जायें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी-कभी छोटी-छोटी घटनाएं काफी तूल पकड़ लेती हैं. अफवाह अथवा किन्ही और वजह से ऐसी घटनाएं इतनी तेजी से फैलती है कि इसका असर एक बड़े वर्ग को प्रभावित करता है. ऐसी घटनाएं तूल नही पकड़े, इसका पूरा ध्यान रखें.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छेड़खानी की घटना पर लगाम लगाने के लिए स्कूल-कॉलेजों के आसपास पुलिस को नियमित रूप से अभियान चलाने का निर्देश दिया है. सीएम ने कहा कि वर्दी के प्रति लोगों की विश्वसनियता बढ़े इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस काम करे. लॉ एंड ऑर्डर को कैसे बेहतर बनायें, इस पर आपको अपने स्तर पर भी कार्य करने की जरूरत है.
समीक्षा के दौरान झारखंड पुलिस मुख्यालय की ओर से मुख्यमंत्री को बताया गया कि 2020 से अब तक पुलिस व नक्सलियों के बीच 108 बार मुठभेड़ हुई है. इसमें 27 नक्सलियों को पुलिस ने मार गिराया, जबकि 45 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. 1131 नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस से लूटे गये 138 हथियार और 774 आइइडी भी बरामद किये गये.