रांची. पिछले दो वर्षों से अधिक समय से वेतन नहीं मिलने से नाराज होटल रांची अशोक के कर्मियों ने 15 अगस्त को सामूहिक आत्मदाह करने की चेतावनी दी है. शुक्रवार को कर्मियों ने डोरंडा स्थित होटल के द्वार पर धरना दिया और प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने होटल हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी नहीं करने और इस वजह से राज्य सरकार में सेवा समायोजित नहीं करने का विरोध किया. कर्मचारी दीपक कुमार सहाय ने कहा कि केंद्र, बिहार और झारखंड सरकार मिल कर हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी नहीं कर रही है. कर्मियों के पास कोई विकल्प नहीं बचा है. 15 अगस्त की दोपहर दो बजे सभी कर्मचारी होटल के समक्ष आत्मदाह करेंगे.
अब लड़ाई आर-पार की
कर्मी ओमप्रकाश ने कहा अब लड़ाई आर-पार की है. समायोजन नहीं होने पर कर्मी आत्मदाह करेंगे. जीतू सिंह और वीरेंद्र प्रसाद ठाकुर ने कहा कि सरकार ने हमारे परिवारों को तबाह कर दिया है. कर्मचारी पंकज कुमार ने कहा कि धूमधाम से आदिवासी दिवस मनाने वाली सरकार स्थानांतरण का इंतजार करते-करते ब्रेन स्ट्रोक से मरने वाले होटल अशोक के आदिवासी कर्मी महादेव उरांव के मामले को अनदेखी कर रही है. उसके परिवार को बकाये का भुगतान नहीं करना शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि सरकार बचे हुए कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति दिलाना चाहती है. इसलिए कर्मियों को प्रताड़ित किया जा रहा है. लेकिन, कर्मी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति नहीं लेंगे.
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