कांके : राजधानी रांची में पुलिस ने नकली शराब का कारोबार करने वालों का खुलासा किया है. नकली शराब की तस्करी करने वाले 5 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है. ये लोग ब्रांडेड शराब के नाम पर लोगों को नकली शराब बेचा करते थे. इस सिलसिले में पुलिस ने गुरुवार (6 अगस्त, 2020) को जिन 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, वे बंगाल और बिहार के रहने वाले हैं.
पुलिस ने बताया कि राजधानी रांची के पिठौरिया थाना क्षेत्र के ओयना गांव में ब्रांडेड नकली शराब बनाने का गैर-कानूनी कारोबार चल रहा था. पुलिस को इसकी सूचना मिली, तो नकली शराब के इन कारोबारियों के खिलाफ अभियान चलाया गया. इस दौरान पांच लोग पुलिस की पकड़ में आये हैं. इनके नाम राहुल शर्मा, गौरव कुमार, बिट्टू शर्मा, तापस मंडल और निताई बनर्जी हैं.
ये सभी पश्चिम बंगाल और बिहार के रहने वाले हैं. इनमें से तीन लोग राहुल शर्मा (26), गौरव कुमार (21), बिट्टू शर्मा (24) बिहार के जहानाबाद के रहने वाले हैं. वहीं दो अन्य तापस मंडल (24) और निताई बनर्जी (55) पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं. पुलिस ने बताया कि जब्त की गयी नकली शराब की कीमत करीब 30 लाख रुपये है.
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पुलिस ने बताया कि इस नकली शराब की बिहार, बंगाल समेत अन्य राज्यों में तस्करी की जाती थी. गिरफ्तार किये गये तस्करों के पास से 7 लग्जरी कार बरामद हुई है. ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि एसएसपी सुरेंद्र झा को गुप्त सूचना मिली थी कि पिठोरिया थाना क्षेत्र में नकली अंग्रेजी शराब बनाने का काम चल रहा है.
एसएसपी के निर्देश पर ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में छापामारी अभियान चलाया गया. छापामारी अभियान के दौरान ओयना गांव से शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया. अभियान के दौरान भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद की गयी. छापामारी टीम में डीएसपी नीरज कुमार, कांके पुलिस, पिठोरिया पुलिस, ओरमांझी पुलिस व सिल्ली पुलिस शामिल थी.
ज्ञात हो कि झारखंड में जहरीली शराब पीने की वजह से कई लोगों के मरने की खबरें सामने आती रही हैं. इन सभी मामलों की जांच में पता चला है कि नकली शराब बनाने वालों ने ही बाजार में जहरीली शराब खपायी थी. फरवरी, 2020 में गिरिडीह जिला में नकली और जहरीली शराब पीने से 4 दिन के भीतर 15 लोगों की मौत हो गयी थी.
वहीं, सितंबर, 2018 में राजधानी रांची के गोंदा थाना क्षेत्र के हातमा बस्ती में जहरीली शराब पीने से मुख्यमंत्री आवास में काम करने वाले सफाईकर्मी समेत 7 लोगों की मौत हो गयी थी. इससे पहले, डोरंडा और इरगू टोली में भी जहरीली शराब से कई लोगों की जानें चली गयीं थीं.
Posted By : Mithilesh Jha