IRCTC/Indian Railways News (देवघर) : कोरोना वायरस संक्रमण काल के बाद अधिकतर ट्रेनों का परिचालन अब शुरू हो गया है. साथ ही सभी ट्रेनों में लगे स्पेशल तथा त्योहारी स्पेशल के टैग को हटा कर नॉर्मल ट्रेन के रूप में चलाया जा रहा है. लेकिन, ट्रेनों में रियायती दरों पर टिकट यात्रियों को नहीं दी जा रही है.
रियायत दर पर टिकट नहीं मिलने से यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. इन यात्रियों को अब भी ट्रेनों में पूरा किराया देने पड़ रहा है. इन यात्रियों ने आसनसोल डिवीजन से भी इसकी शिकायत की है. बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. हालांकि, कैंसर मरीजों को रियायत दर पर टिकट दी जा रही है.
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार, रेलकर्मियों, गंभीर बीमारियों के मरीज, दिव्यांग, थैलेसीमिया, दिल और किडनी की बीमारी के मरीज, हीमोफीलिया, टीबी, कुष्ठ रोग, एड्स और ऑस्टोमी के मरीज समेत सीनियर सिटीजंस, मान्यता प्राप्त पत्रकार, किसान, सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड, भारत सेवा दल, रिसर्च स्कॉलर्स, पदक विजेता शिक्षक, आर्टिस्ट व खिलाड़ियों समेत अन्य करीब 30 से ज्यादा केटेगरी के लोगों को टिकटों में छूट दी जाती थी, जो फिलहाल बंद है.
कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान कई कैटेगरी की रियायतें बंद कर दी गयी थी. रियायत दर पर मिलने वाली टिकट को चालू करने को लेकर अबतक रेल मंत्रालय की ओर से कोई निर्देश नहीं मिला है. निर्देश मिलने पर चालू किया जायेगा.
ट्रेन संख्या (13319/20) देवघर-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस को चलाने की घोषणा नहीं होने पर संताल परगना चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने चिंता जतायी है. चेंबर के अध्यक्ष आलोक मल्लिक ने पूर्व रेलवे एवं मध्य पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर अविलंब इस ट्रेन को पूर्व की भांति चलाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि देवघर-रांची इंटरसिटी को स्थायी रूप से बंद करने की चर्चा हो रही है. इससे क्षेत्र में काफी असंतोषजनक वातावरण बन रहा है. ऐसे में ट्रेन को अविलंब चालू किया जाये.
चेंबर अध्यक्ष ने कहा कि यह ट्रेन द्वादश ज्योतिर्लिंग बैद्यनाथधाम देवघर से रांची आवागमन के लिए लोकप्रिय ट्रेन है. यह ट्रेन धार्मिक, प्रशासनिक एवं व्यावसायिक तीनों दृष्टिकोण से यात्रियों के लिए लाभप्रद रही है. उन्होंने महाप्रबंधक से आग्रह किया है कि ट्रेन संख्या (13319/20) देवघर-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस को पूर्व की तरह दोबारा संचालित करने की घोषणा की जाये. पत्र की प्रतिलिपि गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष तथा रेल मंत्री को भी भेजकर चेंबर की चिंताओं से अवगत कराया है.
Posted By : Samir Ranjan.