12.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Jharkhand Adivasi Mahotsav: रांची में उतरा मिनी भारत, पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख और ज्योति साहू के गीतों पर झूमे दर्शक

Jharkhand Adivasi Mahotsav: रांची के बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान में झारखंड आदिवासी महोत्सव-2024 के दूसरे दिन कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी. झारखंड समेत देशभर के कलाकारों ने नृत्य-गीत से दर्शकों का मन मोह लिया.

Jharkhand Adivasi Mahotsav:रांची-झारखंड आदिवासी महोत्सव-2024 के दूसरे दिन शनिवार को देशभर के कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति दी. नृत्य-गीत के जरिए कलाकारों ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया. दो दिवसीय महोत्सव के समापन समारोह में नृत्य, गीत और झांकी के जरिए कलाकारों ने समां बांध दिया. पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख, ज्योति साहू, विवेक नायक समेत अन्य कलाकारों की जीवंत प्रस्तुति पर दर्शक झूम उठे.

पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख की जीवंत प्रस्तुति पर झूमे दर्शक

झारखंड आदिवासी महोत्सव-2024 पर समृद्ध आदिवासी जीवन दर्शन की झलकियां रांची के बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान में दिख रही हैं. इस भव्य समारोह में पद्मश्री मधु मंसूरी की शानदार प्रस्तुति पर लोग झूम उठे. झारखंड आंदोलन के लिए कई नागपुरी गीत लिखने और गाने वाले पद्मश्री मधु मंसूरी ‘हंसमुख’ का जन्म 4 सितंबर 1948 को रांची के सिमिलिया में हुआ. 1960 यानी 12 वर्ष उम्र में उन्होंने अपना पहला गाना गाया. उनके गायन और लेखन की प्रतिभा को देखकर इन्हें कई उपाधियों से नवाजा गया है. उनकी कई उत्कृष्ट रचनाओं की अनुपम श्रृंखला में नागपुर कर कोरा व गांव छोड़ब नहीं, जंगल छोड़ब नहीं उल्लेखनीय है.

ज्योति साहू और विवेक नायक ने लोगों का किया मनोरंजन

द सजनीग्रुप नागपुरी बैंड द्वारा आधुनिक नागपुरी और कुड़ुख गीत की प्रस्तुति दी गयी. गायक विवेक नायक ने दिलकश आवाज से दर्शकों का मनोरंजन किया. झारखंड की बेटी ज्योति साहू की शानदार प्रस्तुति लोगों को लुभा रही है. पार्श्व गायिका ज्योति साहू ने 7 साल की छोटी सी उम्र में ही अपनी संगीत यात्रा की शुरुआत की थी. इनका पहला नागपुरी एल्बम सोने कर पिंजरा 1995 में रिलीज हुआ था. हिंदी, भोजपुरी, नागपुरी, संताली, खोरठा, कुड़ुख आदि भाषाओं में लगभग 4,000 ऑडियो-वीडियो एल्बम में उन्होंने अपनी आवाज दी है. झारखंड में बनने वाली छोटे-बड़े स्तर की लगभग 40 से भी ज्यादा फिल्मों में इन्होंने अपनी आवाज दी है, जिसमें हालिया रिलीज जामताड़ा पार्ट-2 भी शामिल है. प्रथम झारखंड अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव JIFFA में झारखंड की ‘सर्वश्रेष्ठ महिला गायिका’ के खिताब से भी सम्मानित हो चुकी हैं.

देश के कई राज्यों के कलाकारों ने दी प्रस्तुति

महाराष्ट्र के ट्राइबल कलाकारों ने कार्यक्रम की शुरुआत में बांसुरी की धुन से दर्शकों को मोहित किया. कलाकारों द्वारा महाराष्ट्र का आदिवासी पारंपरिक नृत्य खापरी पेश किया गया. असम से आए ट्राइबल कलाकारों द्वारा कार्बी नृत्य की प्रस्तुति दी गयी. असम के पारंपरिक परिधान, वाद्ययंत्र, अद्भुत संस्कृति, परंपरा, एवं इतिहास का अनूठा संगम दिखा. राजस्थान से आए कलाकारों द्वारा होली ढोल नृत्य की प्रस्तुति दी गयी.

Also Read: Jharkhand Adivasi Mahotsav: झारखंड आदिवासी महोत्सव में बोले राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, सीएम हेमंत सोरेन जल्द लागू कराएं PESA कानून

Also Read: झारखंड आदिवासी महोत्सव का शानदार आगाज, राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और सीएम हेमंत सोरेन ने की समृद्ध संस्कृति की सराहना

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें