रांची : झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. प्रमुख राजनीतिक दलों की ओर से तैयारी शुरू कर दी है. इनकी ओर से सीटों आधार पर प्रत्याशी चयन को लेकर अलग-अलग पद्धति अपनायी जा रही है. विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से सर्वे भी कराया जा रहा है. इधर लंबे समय से पार्टी से जुड़े नेता-कार्यकर्ता मैदान में उतरने को लेकर लॉबिंग में जुट गये हैं. रांची विधानसभा राज्य भर के चंद सेफ सीटों में गिनी जाती है. इस सीट से भाजपा लगातार जीतती रही है. चार दशक से यह सीट भाजपा की रही है. हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में झामुमो की प्रत्याशी महुआ माजी ने भाजपा की परेशानी बढ़ा दी थी. बहुत कम अंतर से सीपी सिंह चुनाव जीत पाये थे.
भाजपा के एक दर्जन से अधिक नेता कर रहे दावेदारी
इधर भाजपा के अंदर एक दर्जन से अधिक नेता रांची सीट के लिए दावेदारी कर रहे हैं. पहले हटिया सीट को लेकर भाजपा के अंदर सबसे अधिक दावेदारी होती रही है. इस बार स्थिति बिल्कुल अलग है. दोनों सामान्य सीटें हैं और भाजपा के पास हैं. वर्तमान रांची सीट पर विधायक सीपी सिंह की स्वभाविक व प्रबल दावेदारी बनती है. वह इस सीट से लगातार छह बार विधायक बन चुके हैं. उन्होंने पहली बार 1996 में विधानसभा का चुनाव जीता था. इसके बाद वह कभी चुनाव नहीं हारे हैं. पर इस बार रांची में पूर्व सांसद, प्रदेश पदाधिकारी से लेकर कार्यसमिति सदस्य अपनी-अपनी दावेदारी कर रहे हैं. इसमें प्रदेश उपाध्यक्ष बालमुकुंद सहाय का नाम भी सामने आ रहा है.
राज्यसभा के पूर्व सांसद समेत ये लोग कर रहे हैं दावेदारी
बालमुकुंद सहाय भाजपा में प्रदेश महामंत्री का भी दायित्व संभाल चुके हैं. राज्यसभा के पूर्व सांसद अजय मारू भी इस बार चुनाव मैदान में उतरना चाहते हैं. पूर्व डिप्टी मेयर व रांची लोकसभा में प्रभारी का दायित्व निभा चुके संजीव विजयवर्गीय भी प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं. इनके अलावा कार्यसमिति सदस्य राकेश भास्कर, रमेश सिंह, कृपाशंकर सिंह, संदीप वर्मा के साथ-साथ भाजपा रांची महानगर के अध्यक्ष रह चुके सत्यनारायण सिंह, केके गुप्ता भी इस दौड़ में शामिल हैं. पिछले सात साल से प्रदेश प्रवक्ता का दायित्व संभाल रहे प्रतुल शाहदेव, वर्तमान कार्यालय मंत्री हेमंत दास, भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष अमित सिंह भी चुनाव लड़ने को लेकर मुखर हैं. भाजपा की माया सिंह और राजश्री जयंती भी अपनी दावेदारी जता रही हैं रांची सीट पर.
कई एजेंसियां प्रत्याशियों को लेकर कर रही है सर्वे
विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की ओर से दो सर्वे कराये जा चुके हैं. अब भी कई एजेंसियां सर्वे कर रही हैं. इसमें सीटों के हिसाब के अलग-अलग फैक्टर की जानकारी ली जा रही है. केंद्रीय नेतृत्व के साथ प्रदेश नेतृत्व की ओर से भी सर्वे चल रहा है. इसके अलावा भाजपा के विधानसभा प्रभारी व केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान व सह प्रभारी व असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा भी राज्य की अलग-अलग सीटों का अपने स्तर से जायजा ले रहे हैं. इसके बाद पार्टी की ओर से रायशुमारी की जायेगी.