रांची : झारखंड विधानसभा का दूसरा सत्र हंगामेदार रहा. पक्ष और विपक्ष दोनों ने ही सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले एक दूसरे को कटघरे में खड़ा किया. विपक्ष ने जहां बांग्लादेशी घुसपैठ को बढ़ावा देने के नाम पर हेमंत सरकार को आड़ों हाथों लिया तो वहीं सत्ता पक्ष के विधायकों ने गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे के सांसद में दिये गये बयान पर प्रदर्शन किया. लेकिन हंगामा के बावजूद सदन में सरकार ने 4 हजार 833 करोड़ 39 लाख का अनुपूरक बजट पेश कर दिया.
हंगामा के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित
भाजपा के विधायकों ने सदन की कार्यवाही शुरु होने के साथ ही हंगामा करना शुरू कर दिया. इसके बाद पार्टी के सभी नेता हंगामा करते हुए वेल में जा घुसे. इस दौरान स्पीकर रवींद्रनाथ महतो बार बार उन्हें अपने आसन पर जाने का आग्रह करते रहे. लेकिन वह नहीं मानें. इसके बाद स्पीकर ने सदन को दोपहर 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया. इसके बाद जब विधानसभा की कार्यवाही दोबारा शुरु हुई तो पक्ष और विपक्ष दोनों हंगामा करते हुए वेल के अंदर जा घुसे. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सोमवार की कार्यवाही स्थगित कर दी.
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने उठाया बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने विधानसभा के भीतर संताल परगना के डेमोग्राफी बदलाव का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने सरकार से बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान करने की मांग की. उन्होंने इसके पीछे हाईकोर्ट के आदेश की दलील दी. इसके अलावा उन्होंने पाकुड़ के केकेएम कॉलेज में हुई घटना को सदन के पटल पर रखा और दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की.
सदन शुरू होने से पहले ही शुरू हो चुका था हंगामा
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही भाजपा ने बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया था. वे सदन की सिढ़ियों पर प्रदर्शन करते नजर आए. पार्टी विधायकों के हाथों में एक तख्ती थी, जिसमें मुस्लिम तुष्टीकरण बंद करो, आदिवासी बहनों के साथ खिलवाड़ करना बंद करो, बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण देने वाली हेमंत सरकार शर्म करो जैसे नारे लिखे हुए थे.
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