रांची : विधानसभा के मॉनसून सत्र के चौथे दिन बुधवार को रोजगार और बेरोजगारी भत्ता पर सरकार के जवाब को लेकर अड़े विपक्ष के विधायक रात तक करीब 10 बजे तक सदन के भीतर और बाद में सदन से मार्शल आउट किये जाने के बाद देर रात तक कॉरिडोर में जमे रहे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मनाने के बाद भी नहीं माने. आरोप है कि सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद भी जब विपक्ष के विधायक सदन के भीतर ही जमे रहे, तो परिसर की बिजली-पानी बंद कर दिया गया. इसको लेकर प्रदेश की राजनीति गरम रही. भाजपा नेताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. झारखंड प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी, प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, सांसद दीपक प्रकाश, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ सहित कई नेताओं ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार को घेरा है. इधर, भाजयुमो के कार्यकर्ता नये विधानसभा की पहुंच गये. प्रदर्शन किया और बाद पुलिस ने इन्हें वहां से हटाया. इधर विधानसभा की सुरक्षा भी रात को बढ़ा दी गयी.
रात भर सदन के अंदर जमे विधायक
विपक्षी विधायक सदन के अंदर कार्यवाही खत्म होने के बाद भी डटे रहे. रात भर विधायक सदन के अंदर ही जमे रहे. विधायक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इधर विधायकों के सुरक्षा कर्मियों ने विधानसभा के बाहर रात गुजारी. नेता प्रतिपक्ष सहित सभी विधायक के बॉडीगार्ड बाहर रहे. पुलिस को विधानसभा के अंदर जाने की अनुमति नहीं होती है. विशेष परिस्थितियों में ही पुलिस अंदर जा सकती है. विधानसभा के अंदर मार्शल ने मोर्चा संभाला था. मुख्य हॉल के आसपास विधानसभा के मार्शल ही मोर्चे पर थे. देर रात विधानसभा की सुरक्षा बढ़ायी गयी है. दिन में तैनात पुलिस के आला अधिकारियों को रात में विधानसभा जाने का निर्देश दिया गया था. विधानसभा के सभी द्वार पर सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी.
देर रात का प्रभारी सचिव कार्यालय में रहे
झारखंड विधानसभा के प्रभारी सचिव सैयद जावेद हैदर सहित सचिवालय के अधिकारी और कर्मी देर रात विधानसभा में ही रहे. सचिव श्री हैदर ने विधायकों से घर जाने का आग्रह भी किया. लेकिन विधायक नहीं माने.
रात भर खोल के रखी गयी विपक्ष की लॉबी :
विधानसभा में विपक्ष की लॉबी रात भर खोल कर रखी गयी. विधायकों के खाने-पीने की व्यवस्था के लिए लॉबी खोली गयी थी. वहीं मेडिकल टीम ने इनकी जांच की.
सड़क पर उतरे भाजयुमो कार्यकर्ता, कहा- तानाशाही बर्दाश्त नहीं
विधानसभा में भाजपा विधायकों के धरना के दौरान बिजली काटे जाने के विरोध में भाजयुमो के कार्यकर्ता बुधवार को सड़क पर उतरे. देर रात प्रदर्शन कर रहे भाजयुमो कार्यकर्ताओं को जगन्नाथपुर मंदिर के समीप से हटा कर क्षेत्र से बाहर भेजा किया. इन्हें पुलिस बस में बैठा कर ले गयी. साथ ही सरकार विरोधी नारे लगाये. कहा कि किसी भी कीमत पर सरकार की तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष शशांक राज ने कहा कि हेमंत सरकार चुने हुए जनप्रतिनिधियों के अधिकारों का हनन कर रही है. उनके आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है. महानगर अध्यक्ष रोमित नारायण सिंह ने कहा कि भाजपा अनुबंधकर्मियों, पारा शिक्षकों व युवाओं की मांग को लेकर धरना पर बैठे हैं. सरकार दमनकारी नीति को अपनाते हुए उनके आवाज को कुचलने का काम कर रही है. मौके पर वरुण साहू, बलराम सिंह, रंजीत शाहदेव, सचिन साहू, धर्मवीर सिंह, तरुण दास, प्रिंस कुमार समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे.
युवाओं की बात नहीं सुनी जा रही है, कैसे बर्दाश्त करेंगे : नवीन
भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने कहा है कि यह सरकार युवाओं की बात नहीं सुन रही है. अराजक स्थिति बना दी गयी है. हम रोजगार के सवाल पर सरकार से जवाब मांग रहे हैं, लेकिन सरकार कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है. सरकार लूट-खसोट और ट्रांसफर-पोस्टिंग में लगी है. युवाओं को नौकरी देने का झूठा वादा कर सरकार बनायी, अब इनके पास राज्य की जनता को कहने के लिए कुछ नहीं है. हम मजबूर हैं. ऐसी सरकार को हम लोकतांत्रिक आंदोलन से ही जवाब देंगे. युवाओं के हक-अधिकार के लिए संघर्ष जारी रहेगा. एक दिन क्या हम सभी कई रात इस निकम्मी सरकार के खिलाफ सड़क पर सो सकते हैं.