Jharkhand Budget 2023: झारखंड में मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए ‘मिलेट मिशन’ योजना शुरू होने की योजना है. इसको लेकर वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव शुक्रवार तीन मार्च को वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश करते हुए सदन में इसकी घोषणा कर सकते हैं. कृषि के क्षेत्र में ओडिशा की तर्ज पर झारखंड में इसे शुरू करने की योजना है.
केंद्र सरकार 2023 को मिलेट्स ईयर के रूप में मना रही है
देश में मोटे अनाज जैसे ज्वार, बाजरा, रागी या मड़ुआ रोटी, मड़ुआ का पीठा, छिलका रोटी समेत अन्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ष 2023 को मिलेट्स ईयर के रूप में मना रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए झारखंड सरकार भी मोटे अनाज को बढ़ावा देने को ठानी है. इसी के तहत इस बजट में इसकी घोषणा हो सकती है.
झारखंड में 10 करोड़ की योजना बनी
बता दें वर्तमान में मोटे अनाज को बढ़ावा देने को लेकर राज्य में कोई विशेष स्कीम नहीं है. हालांकि, विभाग ने 10 करोड़ रुपये की योजना बनायी है. इसमें आगामी वित्तीय वर्ष में इसके उत्पादन को बढ़ाने पर विशेष योजना तैयार की गयी है. राज्य में रागी के उत्पादन की अच्छी संभावना है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में करीब 15 हजार टन रागी का उत्पादन होता है. वहीं, ज्वार का भी उत्पादन एक हजार टन के करीब हो रहा है.
पोषक तत्वों का भंडार है मोटा अनाज
मोटे अनाज में पोषक तत्वों का भंडार है. इसकें पोटेशियम, मैग्नीशियम के अलावा विटामिन-बी6, बीटा-कैरोटीन, जस्ता, फोलिक एसिड समेत कई पोषक तत्व मौजूद रहते हैं जो स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है. इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा काफी कम होती है. कुपोषित माता और बच्चों के लिए वरदान साबित होता है. वहीं, इसमें कैल्शियम पाये जाने के कारण यह हड्डियों के लिए काफी लाभदायक है. इसी को ध्यान में रखते हुए झारखंड सरकार मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है.