रांची : झारखंड बजट पर भारतीय जनता पार्टी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ज्यादातर योजनाओं का नाम बदलकर दोबारा लाया गया है और हेमंत सरकार ने इन योजनाओं का क्रेडिट लेने की कोशिश की है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना पहले से ही चल रही थी.
अब इसमें मौजूदा सरकार ने कैलाश मानसरोवर यात्रा को जोड़कर नया दिखाने की कोशिश की है. भाजपा सरकार ने सभी जिला केंद्रों में डायलिसिस केंद्र स्थापित करने की पहले ही घोषणा की थी. इस सरकार ने इसका भी श्रेय लेने की कोशिश की है. रघुवर सरकार के समय अटल क्लीनिक की स्थापना की घोषणा हो चुकी थी और कई जगह इन क्लीनिक ने काम करना भी शुरू कर दिया था. इसी योजना को मोहल्ला क्लीनिक के नाम से पेश किया गया है.
प्रतुल ने कहा कि कृषि आशीर्वाद योजना को बंद करके इस सरकार ने अपना किसानों के प्रति विरोधी रवैया भी दिखा दिया. किसानों की ऋण माफी की घोषणा में भी कई पेंच हैं. सरकार ने पहले घोषणा की थी कि सभी किसानों का ऋण माफ होगा. अब इसमें 50000 की सीलिंग लगा दी है.
सरकार ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि कॉपरेटिव बैंक, ग्रामीण बैंक और निजी बैंकों से ऋण लेने वाले किसानों की ऋण माफी करने का क्या मैकेनिज्म होगा. इसी भूल भूलैया में छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में किसान ऋण माफी के नाम पर सिर्फ 34% किसान ही लाभान्वित हुए थे.