रांची: झारखंड के सीईओ (मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी) के रवि कुमार ने सभी जिलों के उपनिर्वाचन पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. निर्वाचन सदन से ऑनलाइन समीक्षा बैठक में निर्वाचन कार्य में लगे कंप्यूटर ऑपरेटर भी शामिल हुए. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने समीक्षा के क्रम में मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम में खराब प्रदर्शन करने वाले बीएलओ एवं बीएलओ सुपरवाइजर को चिन्हित करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि यदि बीएलओ अपने क्षेत्र में ठीक से कार्य नहीं करेंगे तो निर्वाचन प्रक्रिया पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. राज्य में जिन जिलों में मतदाता पंजीकरण से जुड़े अधिक आवेदन लंबित हैं, वे इसके लिए त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी लंबित आवेदनों की संख्या शून्य करें.
झारखंड के सीईओ ने उपनिर्वाचन पदाधिकारियों को क्या दिए निर्देश?
झारखंड के सीईओ के रवि कुमार ने सभी उपनिर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने जिलों के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कराएं और मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन से जुड़ी सारी जानकारियां उपलब्ध कराएं. इसके साथ ही यदि उनके द्वारा मतदाता सूची से संबंधी कोई त्रुटि बतायी जा रही हो तो उसे चिन्हित करते हुए उसका निराकरण करें.
बीएलओ एवं बीएलओ सुपरवाइजर से कौन सा लें सर्टिफिकेट?
सीईओ के रवि कुमार ने कहा कि सभी बीएलओ एवं बीएलओ सुपरवाइजर से इस बात का सर्टिफिकेट अवश्य ले लें कि उनके क्षेत्र में 18 वर्ष से कम उम्र का कोई भी मतदाता पंजीकृत नहीं किया गया है. मतदाता सूची में किसी प्रकार का गलत विलोपन नहीं किया गया है. सभी बीएलओ से इसका सर्टिफिकेशन जरूर करा लें.
समीक्षा बैठक में क्या दिए निर्देश?
समीक्षा बैठक में राज्य में चल रही इलेक्शन क्विज प्रतियोगिता 2024 के प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि मतदाताओं के बीच ईवीएम संबंधित जागरूकता अभियान चलाने के लिए भी कार्ययोजना तैयार करें. इसके अतरिक्त बैठक में ‘नाम जांचो’ अभियान, एपिक पीडीएफ जेनरेशन, नए मतदाताओं के रजिस्ट्रेशन, निर्वाचन संबंधी बकायों के समय से भुगतान आदि विषयों पर समीक्षा करते हुए निर्देश दिए. इस अवसर पर संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार भी मौजूद थे.
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