प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सात अधिकारियों की टीम 20 जनवरी को दोपहर करीब एक बजे सीएम का बयान लेने के लिए कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंची. मुख्यमंत्री से दोपहर दो बजे पूछताछ शुरू हुई, जो रात करीब आठ बजे तक चली. ईडी के अधिकारी कैमरे सहित अन्य तकनीकी सुविधाओं से लैस थे. ईडी के अधिकारियों ने कैमरे की निगरानी में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बयान लिया. इधर, पूछताछ के तुरंत बाद हेमंत पैदल ही सीएम आवास से बाहर आकर झामुमो कार्यकर्ताओं से मिले, जो पूरे दिन सीएम आवास के बाहर डटे हुए थे. उन्होंने कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए कहा कि आपलोग हौसला बुलंद रखिये. जरूरत पड़ी, तो पहले मैं गोली खाऊंगा, लेकिन झारखंडी भाई-बहनों को कुछ होने नहीं दूंगा. उन्होंने कहा कि वह न डरेंगे और न झुकेंगे. उनकी सरकार कोई गाजर-मूली नहीं, जो कोई उखाड़ देगा. ईडी ने उनसे आमदनी के स्रोतों के अलावा आयकर रिटर्न में दिये गये ब्योरे से संबंधित सवाल पूछे. यह पूछताछ मुख्यत: बरियातू स्थित डीएवी के पीछे की 8.46 एकड़ जमीन से जुड़ी हुई थी, पर ईडी ने उनकी दूसरी जमीन से संबंधित सवाल भी किये. जानकारी के अनुसार, सभी बिंदुओं पर सीएम का बयान दर्ज नहीं किया जा सका. बाकी बिंदुओं पर बयान दर्ज करने की अगली तिथि फिलहाल तय नहीं की जा सकी है. उल्लेखनीय है कि इस जमीन का ब्योरा बड़गाईं अंचल के राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप प्रसाद के मोबाइल फोन से मिला था. जांच में जानकारी मिली थी कि यह जमीन मुख्यमंत्री से जुड़ी हुई है.
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VIDEO: पूछताछ के बाद बोले हेमंत सोरेन, गाजर-मूली नहीं है हमारी सरकार, जानें ईडी ने पूछे क्या-क्या सवाल
ईडी की पूछताछ के तुरंत बाद हेमंत पैदल ही सीएम आवास से बाहर आकर झामुमो कार्यकर्ताओं से मिले, जो पूरे दिन सीएम आवास के बाहर डटे हुए थे. उन्होंने कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए कहा कि आपलोग हौसला बुलंद रखिये. जरूरत पड़ी, तो पहले मैं गोली खाऊंगा, लेकिन झारखंडी भाई-बहनों को कुछ होने नहीं दूंगा.
By Jaya Bharti
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