हजारीबाग, रांची, पटना व पश्चिम चंपारण के कई स्कूलों व इंस्टीट्यूट से 74.29 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. स्कूलों व इंस्टीट्यूट के प्राचार्य, उप प्राचार्य व डायरेक्टर ने मामले में रांची पुलिस से शिकायत की है. सभी ने कम दर पर स्कूटी, लैपटॉप, स्मार्ट बोर्ड व फोर व्हीलर देने का वादा कर धोखाधड़ी करने का आरोप रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र स्थित चुटु निमटांड़ निवासी सेनविल श्रीवास्तव पर लगाया है.
इससे पूर्व रांची के कोकर स्थित डॉन बास्को आइटीआइ के 44 कर्मियों से भी करीब 51 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया था. इसके अलावा गुमला और रांची के कई लोगों से स्कूटी, बाइक व लैपटॉप व घर निर्माण के लिए पैसा देने के नाम पर भी लाखों रुपये की धोखाधड़ी का भी आरोप सेनविल श्रीवास्तव पर लगाया गया है.
हजारीबाग के मरियम टोली कनहरी हिल रोड स्थित मोंटफोर्ट स्कूल से भी सेनविल श्रीवास्तव ने 46.98 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है. रांची पुलिस से शिकायत की गयी है. इनका आरोप है कि कम दर पर स्कूटी, लैपटॉप, स्मार्ट बोर्ड व फोर व्हीलर सहित अन्य सामान देने के नाम पर सेनविल श्रीवास्तव ने 46.98 लाख रुपये लिये थे, पर न सामान दिये , न पैसे लौटाये.
पटना के कुर्जी स्थित लोयला इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट से भी 1.44 लाख रुपये की धोखाधड़ी सेनविल श्रीवास्तव द्वारा करने की बात सामने आयी है. प्राचार्य अनूप मिंज ने रांची पुलिस से शिकायत की है. कहा है कि सेनविल श्रीवास्तव ने कम दाम में स्कूटी, लैपटॉप और फोर व्हीलर देने का झांसा देकर 114460 रुपये एडवांस के तौर पर चार साल पूर्व लिये थे. पर कुछ भी चीजें नहीं दीं और न ही पैसे लौटाये.
बिहार के पश्चिम चंपारण जिला के बनकटवा, बाघा-1 स्थित मोंटफोर्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के कर्मियों से भी 3.78 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. कम दर पर स्कूटी, लैपटॉप, स्मार्ट बोर्ड व फोर व्हीलर देने का झांसा देकर सेनविल श्रीवास्तव ने एडवांस के तौर पर 3.78 लाख रुपये लिये.
लेकिन सामान की आपूर्ति नहीं की और न पैसे लौटाये. प्राचार्य जॉन हेम्ब्रम एक्का ने सदर थाना रांची से शिकायत की है. उन्होंने बताया है कि उनके 10 कर्मियों बसंती कुमारी, हेमा, के.टोप्पो, सुनिता मिरांडा, कृष्णावाटे, निलिमा बेक, रानी, रेमा कुमारी, रोजी ज्योति मिंज व शिखा कुमारी द्वारा दिये पैसे सेनविल की कंपनी के खाते में तीन नवंबर 2018 और एक फरवरी 2019 को ट्रांसफर किये गये थे.
रांची के कामिल बुल्के पथ स्थित संत अलोइस इंटरमीडिएट कॉलेज से भी 10.56 लाख की ठगी का मामला सामने आया है. इस कॉलेज के तत्कालीन प्राचार्य ब्रदर सिलवेस्टर सुरीन ने फोर व्हीलर, टू व्हीलर व स्मार्ट बोर्ड के लिए चुटु निमटांड़ ओरमांझी निवासी सेनविल श्रीवास्तव की कंपनी इंस्ट्रजन एडुटेक सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड रांची के कोटक महिंद्रा बैंक के सर्कुलर रोड के खाते में 1056500 रुपये ट्रांसफर किये थे.
प्राचार्य के लिए फोर व्हीलर को लेकर 245300 रुपये का चेक सात जून 2019 को और 81000 रुपये का चेक 12 मई 2019 को दिया था. वहीं टू व्हीलर के लिए तीन नवंबर 2018 व एक फरवरी 2019 को कुल 378000 रुपये दिये थे. इसी तरह स्मार्ट बोर्ड के लिए 18 अप्रैल 2019 को 352200 रुपये दिये थे. इस मामले में संत अलोइस इंटरमीडिएट कॉलेज के उप प्राचार्य जॉन हेरमन एक्का ने सदर थाना को शिकायत की है. कहा है कि 1056500 रुपये देने के चार साल बाद भी सेनविल श्रीवास्तव ने न तो फोर व्हीलर, टू व्हीलर व स्मार्ट बोर्ड दिया और न ही पैसे लौटाये.