18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने दो माह पहले ही बनवा ली थी खतियान की चादर

शिक्षा मंत्री ने बताया कि उन्होंने दो माह पहले ही शॉल तैयार करवा लिया था. 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति बनना तय था. उन्होंने कहा कि आज विपक्ष मुद्दा विहीन हो गया है. उन्होंने कहा कि स्थानीयता को लेकर वे जेल भी गये थे, उनका जेल जाना सार्थक हो गया.

झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा है कि राज्य में स्थानीयता का आधार 1932 का खतियान होना तय था. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) अपना हर वादा पूरा करेगा. स्थानीय नीति को कैबिनेट से स्वीकृति मिलने के बाद शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो गुरुवार को राज्य के पूर्व मुख्य मंत्री शिबू सोरेन से मिले.

  • गुरुजी से मिले शिक्षा मंत्री स्थानीयता के लिए दी बधाई

  • शिक्षा मंत्री के माेबाइल नंबर के अंतिम चार अंक में 1932

  • 2005 से जगरनाथ महतो की गाड़ी का नंबर भी 1932

गुरुजी को शिक्षा मंत्री ने भेंट किया शॉल

शिक्षा मंत्री ने बताया कि उन्होंने गुरुजी को 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू होने पर उन्हें बधाई दी. उनसे आशीर्वाद लिया, उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली. दिशुम गुरु को 1932 के खतियान को लेकर बनवाया गया शॉल भेंट किया.

Also Read: शिबू सोरेन से मिले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कहा- आपके सपनों को पूरा कर रही राज्य सरकार

जेल जाना सार्थक हुआ : जगरनाथ महतो

शिक्षा मंत्री ने बताया कि उन्होंने दो माह पहले ही शॉल तैयार करवा लिया था. 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति बनना तय था. उन्होंने कहा कि आज विपक्ष मुद्दा विहीन हो गया है. उन्होंने कहा कि स्थानीयता को लेकर वे जेल भी गये थे, आज उनका जेल जाना सार्थक हो गया.

Also Read: झारखंड विधानसभा में फाइनल होगा स्थानीयता का प्रारूप, दूर होंगे सभी पेच, जानें किस जिले में कब हुआ सर्वे

नियुक्ति प्रक्रिया नहीं होगी प्रभावित

शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि जो नियुक्ति प्रक्रिया फिलहाल चल रही है वह प्रभावित नहीं होगी. किसी नियुक्ति को रोका नहीं जायेगा. शिक्षा विभाग से लेकर अन्य विभागों में नियुक्ति को लेकर तैयारी चल रही है. शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो गयी है. प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में नियुक्ति के लिए भी जल्द विज्ञापन जारी किया जायेगा.

Also Read: 22 वर्षों की राजनीति पर 32 की मुहर, झारखंड बनने के बाद से ही स्थानीयता रहा बड़ा मुद्दा, जानें कब क्या हुआ

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें