मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तीन नवंबर को इडी के समक्ष हाजिर नहीं होंगे. पहले से तय कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ में आयोजित अंतरराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के कार्यक्रम में शामिल होंगे. यूपीए विधायक दल की बैठक के बाद यह जानकारी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर व झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने दी. दूसरी तरफ साहिबगंज में मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के अनुरोध पर राज्य में इडी की कार्रवाई चल रही है और मुझे भी बुलाया गया है.
हम उस बुलावे से घबराते नहीं हैं. इडी के सवालों का माकूल जवाब देंगे. इडी जब सोनिया गांधी व राहुल गांधी को बुला सकती है, तो मैं तो सीएम हूं. राजनीतिक रूप से नहीं हुआ, तो संवैधानिक हथियार से मेरी छवि खराब करने में केंद्र सरकार लगी हुई है, जो नहीं होगी. साजिशकर्ता को राज्य की जनता जवाब देगी. वह बुधवार को साहिबगंज में आयोजित आपकी योजना, आपके-द्वार कार्यक्रम में बोल रहे थे. इडी द्वारा समन भेज कर सीएम को तीन नवंबर को बुलाया गया है.
सीएम ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर आदिवासी सीएम को कैसे परेशान किया जाये, यही विपक्ष की सोच है. मुझे परेशान करने की कोशिश के पीछे एक ही उद्देश्य है कि दलित, आदिवासी, पिछड़ा व अल्पसंख्यक को हक न मिले. हमारे पूर्वजों ने हमें कभी हारना नहीं सिखाया. एकलव्य जैसे तीरंदाज से उनके गुरु ने अंगूठा मांग लिया था कि अब चलाओ तीर. लेकिन यह वीर सिदो-कान्हू की धरती है.