Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि नक्सली गतिविधियों में कमी आयी है. जगुआर की टीम पहले जिला पुलिस व सीआरपीएफ के साथ मिलकर ऑपरेशन को अंजाम देती थी, किंतु अब खुद ही नक्सली साजिशों का सामना करने में ये सक्षम है. जगुआर के जवान नक्सलयों के लिए काल साबित हुए हैं. सीएम ने झारखंड जगुआर के 14वें स्थापना दिवस पर रांची के रातू में आयोजित कार्यक्रम में ये बातें कहीं. उन्होंने नक्सली हमले में शहीद जवानों के परिजनों को सम्मानित किया.
झारखंड के रांची जिले के रातू प्रखंड के टेंडर स्थित एसटीएफ हेड क्वार्टर में झारखंड जगुआर का 14वां स्थापना दिवस मनाया गया. समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बतौर मुख्य अतिथि और राजीव अरुण एक्का व पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे. सीएम ने नक्सली हमले में शहीद जवानों के परिजनों को इस मौके पर सम्मानित किया. इस अवसर पर परेड के साथ नक्सल ऑपरेशन का डेमो प्रदर्शित किया गया.
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झारखंड जगुआर के 14वें स्थापना दिवस समारोह से पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने समाधि स्थल पर माल्यार्पण किया और नक्सली हमले में शहीद अधिकारियों व जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस समारोह में आरके मल्लिक, अनूप बिरथरे, प्रशांत कुमार सिंह, सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा, ग्रामीण एसपी नौशाद आलम समेत अन्य मौजूद थे.
आईजी एवी होमकर ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि झारखंड जगुआर की टीम बेहतर प्रशिक्षण के बूते शानदार प्रदर्शन कर रही है. जगुआर के जवान नक्सल गतिविधियों को खत्म करने में सक्षम हैं. कैंप में आधारभूत संरचना का तेजी से विकास हो रहा है. इसके लिए श्री होमकर ने राज्य सरकार के प्रति आभार जताया. उन्होंने झारखंड जगुआर की कई उपलब्धियों की जानकारी दी.
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गृह सचिव राजीव अरुण एक्का ने झारखंड जगुआर के आधुनिकीकरण व जवानों के लिये बेहतर संसाधन की वकालत की. उन्होंने कहा कि इससे उग्रवाद के सफाये में मदद मिलेगी. नक्सली हमले में 21 अधिकारी और जवानों ने अपने प्राणों की आहुति देकर वीरगति पायी है. झारखंड जगुआर की कुशलता से अब तक 28 दुर्दांत उग्रवादी मारे गये हैं. करीब 3 सौ उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है. आग्नेयास्त्र, गोला-बारूद व नक्सली साहित्य भी बरामद हुए हैं.
झारखंड के पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा ने बलिदान और शौर्य का प्रतीक बताते हुए कहा कि इस फोर्स ने कम समय में विशिष्ट पहचान बनाई है. नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में केंद्रीय बलों के प्रति निर्भरता कम हुई है. आईजी रह चुके श्री सिन्हा ने कहा कि उन्हें जगुआर से विशेष लगाव है. उन्होंने जानकारी दी कि 14 साल के इतिहास में झारखंड जगुआर के जवानों ने कई नक्सलियों को मार गिराने का गौरव हासिल किया है.
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मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने झारखंड जगुआर के 17 शहीद पुलिस पदाधिकारियों तथा कर्मियों के परिजनों को सम्मानित किया. शहीद इंद्रदेव सिंह (वितंतु) की पत्नी ममता इंदू, शहीद (आरक्षी) गोपाल लकड़ा की पत्नी सविता लकड़ा, शहीद (आरक्षी) बुधवा मुंडा की पत्नी शोभा मुंडा, शहीद (आरक्षी) अशोक कुमार की पत्नी ममता देवी, शहीद (आरक्षी) मोहन कुमार नीरज की पत्नी संगीता देवी, शहीद (आरक्षी) परमानंद चौधरी की पत्नी रूबी कुमारी, शहीद (आरक्षी) अजय कुजूर की पत्नी सरिता कुजूर, शहीद (आरक्षी) देव कुमार महतो की पत्नी ममता कुमारी, शहीद (आरक्षी) कुंदन कुमार सिंह की माता शारदा देवी, शहीद (आरक्षी) हरद्वार साह की पत्नी चंचल देवी, शहीद (आरक्षी) खंजन कुमार महतो की माता गौरी देवी, शहीद (आरक्षी) मनोज बाखला की पत्नी मंजू सरिता बाखला, शहीद (हव०) देवेंद्र कुमार पंडित की पत्नी रेखा देवी, शहीद (उप-समादेष्टा) राजेश कुमार की पत्नी रूबी कुमारी, शहीद (आरक्षी) किरण सुरीन की पत्नी ग्रेस गुड़िया को सम्मानिक किया गया.
रिपोर्ट: संजय कुमार