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झारखंड की चार लोकसभा सीटें गिरिडीह, धनबाद, रांची और जमशेदपुर में शनिवार 25 मई को मतदान होने हैं. चारों सीटों पर कुल 93 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाएंगे. वोटिंग को लेकर चुनाव आयोग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. इन सीटों पर कुल 81 लाख 90 हजार मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगें. इनमें 2 लाख 44 हजार फर्स्ट टाइम वोटर हैं.
रांची में 21.88 लाख मतदाता चुनेंगे अपना सांसद
अगर रांची लोकसभा सीट पर वोटरों की बात करें तो यहां कुल 21 लाख 88 हजार मतदाता हैं जिनमें 11 लाख 8 हजार पुरुष मतदाता है तो वहीं महिला वोटरों की संख्या 10 लाख 80 हजार है. रांची लोकसभा से कुल 27 उम्मीदवार मैदान में है. इस सीट से बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है. दोनों पार्टियों ने अपनी जान झोंक दी है. बीजेपी ने यहां मौजूदा सांसद संजय सेठ पर विश्वास जताया है, तो कांग्रेस ने युवा चेहरे यशस्विनी सहाय को अपना उम्मीदवार बनाया है. रांची लोकसभा सीट पर पिछले दो बार से बीजेपी के उम्मीदवार जीत रहे हैं. कांग्रेस के सुबोधकांत सहाय वर्ष 2009 में जीते थे और केंद्र में मंत्री भी बने थे. इस बार पार्टी ने उनकी जगह उनकी बेटी को टिकट दिया है.
जमशेदपुर के 18.62 लाख वोटर करेंगे प्रत्याशियों के भाग का फैसला
जमशेदपुर लोकसभा सीट से कुल 18 लाख 62 हजार वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिसमें 9 लाख 34 पुरुष मतदाता हैं. महिला मतदाताओं की संख्या 9 लाख 28 हजार है. जमशेदपुर लोकसभा सीट से कुल 25 उम्मीदवार मैदान में हैं. यहां बीजेपी के मौजूदा सांसद व प्रत्याशी विद्युत वरण महतो और I.N.D.I.A. से झामुमो के समीर मोहंती चुनाव लड़ रहे हैं. जमशेदपुर सीट पर 2014 से बीजेपी के विद्युत वरण महतो जीत रहे हैं.
धनबाद के 22.79 लाख मतदाता चुनेंगे अपना सांसद
धनबाद लोकसभा सीट झारखंड में छठे चरण में सबसे अधिक मतदाताओं वाला क्षेत्र है. यहां कुल 22 लाख 79 हजार मतदाता हैं जिनमें 11 लाख 93 हजार पुरुष मतदाता हैं तो वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 10 लाख 85 हजार है. धनबाद लोकसभा सीट पर कुल 25 प्रत्याशी अपना दावा ठोक रहे हैं. वर्ष 2009 से लगातार धनबाद सीट पर बीजेपी का कब्जा है. बीजेपी ने तीन बार के सांसद पीएन सिंह का टिकट काटकर बाघमारा विधायक ढुलू महतो को मैदान में उतारा है. उनका मुकाबला इंडिया गठबंधन की कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह से है. अनुपमा सिंह एक राजनीतिक परिवार से आतीं हैं. वह पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह की बहू और बेरमो विधायक जयमंगल सिंह की पत्नी हैं. कांग्रेस के ददई दुबे ने आखिरी बार वर्ष 2004 में इस सीट पर जीत दर्ज की थी.
गिरिडीह लोकसभा सीट से 18.59 लाख मतदाता करेंगे मतदान
गिरिडीह लोकसभा सीट की बात करें, तो यहां 16 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला 18 लाख 59 हजार मतदाता करेंगे. इनमें 9 लाख 58 हजार पुरुष मतदाता हैं, तो वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 9 लाख 1 हजार है. गिरिडीह लोकसभा सीट पर एनडीए और I.N.D.I.A. के बीच टक्कर देखने को मिल रही है. एनडीए गठबंधन के आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी मैदान में हैं और उनके सामने I.N.D.I.A. के झामुमो प्रत्याशी मथुरा महतो हैं. यह सीट 2014 से एनडीए के कब्जे में है. झामुमो के टेकलाल महतो ने आखिरी बार 2009 में इस सीट पर जीत दर्ज की थी. सीपी चौधरी और मथुरा प्रसाद महतो के साथ-साथ एक तीसरे उम्मीदवार की भी खूब चर्चा है. उसका नाम है जयराम महतो. गिरिडीह सीट पर मुकाबला रोमांचक हो गया है.
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