रांची : लोकसभा चुनाव-2024 का परिणाम आ गया है. लोकसभा का यह चुनाव विधानसभा में पार्टियों की ताकत का भी संकेत दे रहा है. विधानसभा पर कब्जा रखनेवाले विधायक अपनी ही पार्टी को वहां से लीड नहीं दिला पाये. वहीं, चुनाव लड़ रहे विधायक भी अपने क्षेत्र में बढ़त नहीं बना पाये.
लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन समेत सात मंत्री अपने क्षेत्र में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को बढ़त नहीं दिला पाये. मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र सरायकेला में भाजपा को बढ़त मिली. इसके अलावा मिथिलेश ठाकुर, बसंत सोरेन, सत्यानंद भोक्ता, बेबी देवी, बादल पत्रलेख, बन्ना गुप्ता अपने-अपने क्षेत्र में गठबंधन के प्रत्याशी को बढ़त नहीं दिला सके. वहीं, चार मंत्रियों (आलमगीर आलम, हफीजुल हसन, दीपक बिरुआ व डॉ रामेश्वर उरांव) ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में गठबंधन को बढ़त दिलायी.
लोकसभा चुनाव का विधानसभावार लेखा-जोखा बताता है कि एनडीए को 50 और इंडिया गठबंधन को 29 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त मिली है. इसमें भाजपा को 47 और आजसू को तीन विधानसभा सीटों पर लीड मिली है. वहीं, कांग्रेस 15 और झामुमो को 14 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़ मिली है. गिरिडीह लोकसभा सीट पर डुमरी व गोमिया विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक वोट जयराम महतो को मिले हैं. हालांकि, गिरिडीह लोकसभा सीट पर आजसू ने जीत दर्ज की है, वहीं झामुमो दूसरे स्थान पर रहा है. रांची लोकसभा सीट में भी सिल्ली में देवेंद्र महतो दूसरे स्थान पर रहे. धनबाद, कोडरमा, पलामू, हजारीबाग, जमशेदपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत आनेवाले सभी विधानसभा क्षेत्रों पर भाजपा को लीड मिली है. खूंटी व लोहरदगा के सभी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस व राजमहल के सभी विधानसभा क्षेत्रों में झामुमो प्रत्याशी को बढ़त मिली.
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चुनाव लड़ रहे पांच विधायक अपने क्षेत्र में पिछड़ गये :
लोकसभा चुनाव में 11 विधायक भी अपनी किस्मत आजमा रहे थे. इनमें से पांच विधायक अपने ही विधानसभा क्षेत्र में पिछड़ गये. इनमें जेपी पटेल, विनोद सिंह, प्रदीप यादव, समीर मोहंती व चमरा लिंडा शामिल हैं, जबकि छह विधायक सीता सोरेन, नलिन सोरेन, जाेबा मांझी, मनीष जायसवाल, ढुलू महतो व मथुरा महतो अपने विधानसभा क्षेत्र में बढ़त बनाने में कामयाब रहे.
एसटी आरक्षित 23 पर इंडिया और पांच पर एनडीए को बढ़त :
राज्य में एसटी के लिए 28 विधानसभा की सीटें आरक्षित हैं. लोकसभा चुनाव में इनमें से 23 पर इंडिया गठबंधन ने बढ़त बनायी. वहीं, एनडीए को मात्र पांच एसटी सीटों पर लीड मिली. वैसे लोकसभा सीट जहां एनडीए को जीत मिली, लेकिन उन लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आनेवाले एसटी विधानसभा सीट पर भाजपा को बढ़त नहीं मिली. मसलन, रांची की सीट भाजपा के खाते आयी, लेकिन एसटी आरक्षित सीट खिजरी में पीछे रही.