Jharkhand Maoist News रांची : एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी सहित छह को पूछताछ के बाद रविवार को रांची स्थित ज्वाइंट इंट्रोगेशन सेंटर से सरायकेला जेल ले जाया गया. उससे पहले सबकी स्थानीय सदर अस्पताल में मेडिकल जांच करायी गयी. बोस और शीला माओवादी पोलित ब्यूरो के सदस्य हैं. सबको 12 नवंबर के दिन सरायकेला के कांड्रा स्थित गिद्दीबेड़ा टोल प्लाजा के पास गिरफ्तार किया गया था.
दोनों के पास से चार मोबाइल, दो एसएसडी, एक पेन ड्राइव और 1.51 लाख रुपये नकद बरामद किये गये. डीजीपी नीरज सिन्हा ने रविवार को रांची के खुखरी गेस्ट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि प्रशांत बोस माओवादी संगठन के जनक की भूमिका में थे. वह 40-50 वर्षों से संगठन से जुड़े थे. इनकी गिरफ्तारी झारखंड पुलिस और केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के लिए अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है.
दस्तावेजों में दर्ज है नक्सल रणनीति से जुड़ी बातें : बोस ने बताया है कि एसएसडी और पेन ड्राइव में नक्सली संगठन से जुड़े कई दस्तावेज हैं. मामले में सरायकेला के कांड्रा थाना में प्रशांत बोस, इनकी पत्नी सहित छह के खिलाफ प्राथमिकी की गयी है.
प्रशांत बोस उर्फ किशन दा उर्फ मनीष उर्फ बूढ़ा (पिता : ज्योतिंद्र नाथ सान्याल), 7/12 सी, विजयगढ़ कॉलोनी, जादवपुर, कोलकाता.
शीला मरांडी (पति : प्रशांत बोस उर्फ किशन दा, पति : स्व. भादो हांसदा), नावाटांड़, मनियाडीह, धनबाद
बिरेंद्र हांसदा उर्फ जितेंद्र (पिता : मोतिलाल हांसदा), चतरो, खुरखुरा, गिरिडीह
राजू टुडू उर्फ निखिल उर्फ बाजु (पिता : जयसिंह टुडू), करमाटांड़, नौखनिया, पीड़टांड़, गिरिडीह
कृष्णा बाहंदा उर्फ हेवेन (पिता : स्व. चमरा बाहंदा), अमराय कितापी, गोइलकेरा, पश्चिम सिंहभूम
गुरुचरण बोदरा (पिता : गुलाब सिंह), मदन जाहीर, सोनुआ, पश्चिम सिंहभूम
Posted By : Sameer Oraon