रांची : झारखंड में अलकायदा मॉड्यूल का लीडर संदिग्ध आतंकी डॉ इश्तियाक चतरा के टंडवा निवासी अबू सुफियान के माध्यम से अलकायदा आतंकियों के संपर्क में आया था. डॉ इश्तियाक का संपर्क आतंकी कटकी से भी अबू सुफियान के माध्यम से हुआ था. इसकी जानकारी जांच में खुफिया एजेंसी के अधिकारियों को मिली है. खुफिया एजेंसी के अधिकारियों को यह भी जानकारी मिली है कि डॉ इश्तियाक द्वारा आतंकियों का रांची रेडिकल ग्रुप (आरआरजी) तैयार किया गया था. इस ग्रुप से जुड़े कुछ लड़कों को राजस्थान ट्रेनिंग के लिए भी भेजा गया था. लेकिन अभी इस ग्रुप की योजना किसी तरह से हमला करने की नहीं थी. ग्रुप के लोग खुद को मजबूत बनाने के लिए हथियार खरीद रहे थे.
बिहार से खरीदा गया था बरामद कार्बाइन :
एटीएस की छापेमारी के दौरान बरामद कार्बाइन को 40 हजार रुपये में बिहार से खरीदा गया था. अब हथियार सप्लाई करने के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है.
22 अगस्त को की गयी थी छापेमारी :
आतंकी गतिविधियों की सूचना पर 22 अगस्त को दिल्ली एटीएस की टीम ने झारखंड पुलिस और एटीएस के सहयोग से राज्य के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की थी. यह छापेमारी रांची, लोहरदगा और हजारीबाग में हुई थी. इस दौरान कुल आठ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी थी. छापेमारी में हथियार, मोबाइल और लैपटॉप सहित कुछ संदिग्ध दस्तावेज मिले थे.
भारत लौट आया है अबू सुफियान :
इधर अबू सुफियान के बारे में पूर्व में सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि वह भारत से बाहर भाग चुका है. लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को मामले में ताजा जानकारी मिली है कि वह भारत वापस लौट आया है और वर्तमान में भारत के किसी क्षेत्र में छिपा है.
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