रांची : झारखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष का पद 22 अगस्त के बाद से खाली है. निर्वतमान अध्यक्ष नीलिमा केरकेट्टा का कार्यकाल खत्म हुए 12 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक किसी को इस पद के लिए नियुक्त नहीं किया गया है. नतीजा ये है कि कई प्रतियोगी परीक्षाओं की प्रक्रिया पूरी होने में देर हो रही है. क्योंकि कई मामलों में चेयरमैन की स्वीकृति जरूरी होती है.
11 से 13 सिविल सर्विस मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जारी नहीं हुआ
इसका सबसे उदाहरण 11 से 13 सिविल सर्विस की परीक्षा है. इसके मुख्य परीक्षा का आयोजन 22 से 24 जून तक हुआ था. यानी कि मेंस एग्जाम संपन्न हुए 2 माह से अधिक समय बीत चुका है. लेकिन रिजल्ट का प्रकाशन अभी तक नहीं हुआ है. क्योंकि रिजल्ट प्रकाशन करने और इंटरव्यू की तारीख जारी करने के लिए अध्यक्ष की सहमति जरूरी है. जबकि वर्तमान सरकार का कार्यकाल अब बहुत ज्यादा बचा नहीं है. ऐसे में अगर चेयरमैन की नियुक्ति जल्द नहीं हुई तो नियुक्ति प्रक्रिया समय से पूरी नहीं होगी.
सरकार किसी को अतिरिक्त प्रभार भी दे सकती है
सरकार चाहे तो जेपीएससी में कार्यरत किसी अधिकारी को इसका अतिरिक्त प्रभार दे सकती है. अध्यक्ष प्रभार मिलने से नियुक्ति प्रक्रिया समय पर पूरी हो सकती है. पहले भी ऐसा किया जा चुका है. वरीयता के आधार पर कई विभागों में ऐसा अतिरिक्त प्रभार दिया जाता रहा है.
कौन कौन सी मुख्य परीक्षाएं हैं लंबित
- 11वीं से 13 जेपीएससी मुख्य परीक्षा का रिजल्ट
- वन विभाग में रेंज अफसरों की नियुक्ति के आवेदन लिया जा चुका है, लेकिन तारीख की घोषणा नहीं हुई है
- सीडीपीओ प्री की परीक्षा संपन्न हो चुकी है, लेकिन रिजल्ट जारी नहीं हुआ
- विवि में लेक्चरर के पद होने वाले इंटरव्यू फिलहाल बंद है
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