रांची: हरमू स्थित केंद्रीय कार्यलय में संगठन सचिव एस अली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि जेएसएससी सीजीएल परीक्षा (JSSC CGL Exam 2023) में धांधली हुई है. सरकार द्वारा प्रश्नपत्र लीक मामले को लेकर गठित एसआईटी से आजसू पार्टी संतुष्ट नहीं है. छात्रों के हक और अधिकार की खातिर आजसू पार्टी जेएसएससी के खिलाफ चार सूत्री मांगों को लेकर 12 फरवरी से राज्यस्तरीय आंदोलन करेगी. प्रेस वार्ता के दौरान एस अली, हरीश कुमार, गौतम सिंह, ओम वर्मा, जब्बार अंसारी, सचिन भगत,चेतन प्रकाश, अजित सिंह, रोशन, आशुतोष मौर्य, अभिषेक शुक्ला, आशुतोष सिन्हा, दीपक दुबे उपस्थित रहे.
सीबीआई से हो जेएसएससी सीजीएल परीक्षा की जांच
जेएसएससी सीजीएल परीक्षा की जांच सीबीआई से कराने, इस परीक्षा में हुई धांधली को लेकर विरोध कर रहे निर्दोष छात्रों पर हुई प्राथमिकी को अविलंब वापस लेने, झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष सहित सभी अधिकारियों को बर्खास्त करने, गलत तरीके से चयनित परीक्षा एजेंसी को काली सूची में डालने एवं झारखंड नकल कानून के तहत कानूनी कार्रवाई करने की मांग शामिल है.
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12 फरवरी से शुरू होगा आंदोलन
जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में पेपर लीक मामले में अखिल झारखंड छात्र संघ 12 फरवरी को सभी कॉलेज/विश्वविद्यालय मुख्यालय पर हस्ताक्षर अभियान, 13 फरवरी की संध्या में मशाल जुलूस और प्रदर्शन, 15 फरवरी को सभी उपायुक्तों को पत्र सीबीआई जांच की मांग के लिए सौंपेगा और 17 फरवरी को राजभवन के समक्ष एकदिवसीय प्रदर्शन करेगा. उन्होंने बताया कि 6 लाख 50 हज़ार अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन किया था. फॉर्म भरने के लिए एसटी-एससी वर्ग के छात्रों से 50 रुपए और सामान्य वर्ग से 100 रुपए आवेदन शुल्क लिए गए थे. 28 जनवरी को हुई परीक्षा से पहले से सोशल मीडिया में प्रश्नपत्र और आंसर वायरल हो गए थे. परीक्षा की सुबह बिहार में छात्रों को जवाब याद कराते हुए भी वीडियो वायरल हुआ था.
हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद हुई थी परीक्षा
हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इस परीक्षा का आयोजन हो रहा था. प्रश्नपत्र लीक होने के बाद अभ्यर्थियों और विभिन्न संगठनों के विरोध के बाद 28 जनवरी को हुए पेपर-2 सामान्य ज्ञान विषय की परीक्षा को रद्द किया गया था, जबकि 4 फरवरी को होने वाली परीक्षा को स्थगित करने पर जेएसएससी द्वारा निर्णय नहीं लिया गया. छात्र संगठनों के बढ़ते विरोध के बाद 4 फरवरी की परीक्षा को स्थगित किया गया था. पूर्व उपमुख्यमंत्री सह आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने विधानसभा के विशेष सत्र में झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के युवा विरोधी कार्यशैली और सीजीएल परीक्षा में धांधली एवं प्रश्नपत्र लीक मामले को पूरजोर तरीके से उठाते हुए उच्चस्तरीय जांच एवं कार्रवाई की मांग की थी. मुख्यमंत्री द्वारा एसआईटी का गठन कर सीजीएल परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले में जांच का आदेश दिया गया है.