JSSC CGL Protest, रांची, राजेश वर्मा: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ली गई सीजीएल परीक्षा का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. आयोग द्वारा दस्तावेज सत्यापन के लिए लिस्ट जारी होने के बाद 15 दिसंबर को आयोग कार्यालय के घेराव का फैसला लिया है. अभ्यर्थियों के प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन विधि व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुट गया है. उपद्रव करने वाले छात्रों को कैंप जेल में रखने की व्यवस्था की गयी है. पुलिस के जवानों को पूरी तरह से अलर्ट कर दिया गया है.
डीआईजी अनूप बिरथरे ने सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
शनिवार को ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर लगातार आयोग कार्यालय के आसपास जगहों का निरीक्षण किया. डीआईजी अनूप बिरथरे देर शाम आयोग कार्यालय पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत को देखते हुए सीआईडी जांच के आदेश दे दिये हैं.
पूरा क्षेत्र में की गई बैरिकेडिंग
छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए जेएसएससी कार्यालय के सामने और उसके आस की सभी सड़कों पर बैरिकेडिंग की गई है. सभी जगहों पर लोहे से दो लेयर की बैरिकेडिंग की गई है. ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने बताया कि कार्यालय के 100 दूरी पर बने घेरे पर ही सभी को रोका जाएगा.
उपद्रव करने वाले को कैंप जेल में रखा जाएगा
प्रदर्शनकारी छात्र कार्यालय तक ना पहुंचकर हंगामा न करें इसका विशेष ध्यान रखा ज रहा है. उपद्रव करने वालों को कैंप जेल में रखा जाएगा. कैंप जेल के लिए बरगावां स्थित आर के आनंद लॉन बॉल स्टेडियम, सरकारी स्कूल सहित अन्य जगहों को चिन्हित किया गया है.
बोकारो के युवक को पूछताछ के बाद छोड़ा गया
सीजीएल परीक्षा रद्द करने को लेकर 30 सितंबर को हुए प्रदर्शन के बाद पुलिस बल पर पत्थरबाजी करने के मामले में तैनात मजिस्ट्रेट के बयान पर 16 नामजद सहित 1 हजार अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर नामकुम पुलिस ने बोकारो से जॉन पॉल नामक युवक को हिरासत में लिया था. युवक को पुलिस नामकुम थाना लेकर आई थी जहां पूछताछ के बाद शनिवार की शाम पीआर बॉन्ड पर छोड़ दिया गया.