रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन के खिलाफ एक और मामले में सरकार ने जांच का आदेश दिया है. पूर्व डीसी पर वैसी जमीन पर कब्जा दिलाने का आरोप है, जिसका मामला हाइकोर्ट में लंबित है. मामला रांची जिला के नामकुम से जुड़ा है. आरोप है कि इसके लिए तत्कालीन डीसी ने एसडीओ के स्टे ऑर्डर को निरस्त कर विवादित भूमि पर सीओ व पुलिस बल की तैनाती कर चहारदीवारी का निर्माण कराया था.
इसकी शिकायत मिलने पर सरकार ने पूरे मामले की जांच कर प्रमंडलीय आयुक्त से रिपोर्ट मांगी है. आरागेट के सूरत नारायण तिवारी ने छवि रंजन के खिलाफ शिकायत की है. इमें कहा गया है कि रांची के नामकुम प्रखंड के आरा में खाता नंबर-152, प्लाट नंबर 1304, थाना नंबर-178 में 2.16 एकड़ उनकी जमीन है. आरोप है कि खतियान में यह जमीन उनके पिता संजय नारायण तिवारी के नाम पर है. वर्ष 2018 तक इसकी रसीद भी उनके पिता के नाम पर ही कटती थी.
उनके द्वारा इस जमीन की बिक्री नहीं की गयी है. लेकिन, अनंत गुप्ता व विनोद गुप्ता ने सरकारी कर्मचारी से मिलीभगत से इस जमीन के फर्जी कागजात तैयार करा कर जमीन अपने नाम करा लिया. इसके खिलाफ झारखंड हाइकोर्ट में मामला दायर किया गया, जो अब भी लंबित है. डीसी ने यह जानते हुए भी कि मामला न्यायालय में लंबित है, सीओ और पुलिस बल की मौजूदगी में उक्त भूमि पर चहारदीवारी करा दी.