रांची : एनआइए (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) के खिलाफ शुक्रवार को झारखंड, बिहार, दिल्ली व मध्यप्रदेश के कुल 23 ठिकानों पर छापा मारा. इनमें झारखंड में 19 स्थान (गुमला, रांची, खूंटी, सिमडेगा, पलामू और पश्चिमी सिंहभूम जिला में), बिहार के पटना और मध्य प्रदेश के सिद्धि जिला में एक-एक स्थान और नई दिल्ली में दो स्थान शामिल हैं. छापेमारी के दौरान पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप से करीब दो करोड़ रुपये ठगी का आरोपी निवेश कुमार और सोनू उर्फ सोनू पंडित को गिरफ्तार किया.
नई दिल्ली के दक्षिण-पश्चिम से निवेश कुमार और बिहार के पटना से रमन कुमार सोनू उर्फ सोनू पंडित को गिरफ्तार किया गया है. एनआइए के अनुसार दोनों झारखंड में पीएलएफआइ के समर्थक थे. साथ ही वे हिंसक वारदातों को अंजाम देने और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश में शामिल थे. झारखंड सहित विभिन्न राज्यों में पीएलएफआइ के नेताओं, कैडरों और समर्थकों द्वारा जबरन वसूली/ लेवी वसूली से संबंधित मामला 11 अक्टूबर 2023 को आइपीसी और यूए(पी) अधिनियम, 1967 की विभिन्न धाराओं के तहत आरसी-04/2023/एनआइए-आरएनसी दर्ज किया था.
इसमें दोनों आरोपियों का नाम शामिल था. तलाशी के दौरान एनआइए टीम ने दो पिस्टल, कारतूस (7.86 मिमी), नकद तीन लाख रुपये, डिजिटल डिवाइस (मोबाइल फोन, सिम कार्ड, पेन ड्राइव, डीवीआर) और डायरी, कई कागजात सहित आपत्तिजनक सामग्री, साथ ही सोने और चांदी के आभूषण के अलावा सेना की वर्दी भी जब्त किया है. बता दें कि निवेश कुमार के खिलाफ एनआइए से पूर्व रांची के धुर्वा थाना में केस दर्ज किया गया था.
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जांच में अब तक क्या आया सामने :
एनआइए की अब तक की जांच से पता चला है कि प्रतिबंधित संगठन के कैडर झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में विभिन्न कोयला व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों, रेलवे ठेकेदारों और व्यापारियों से जबरन वसूली के माध्यम से धन जुटाने में शामिल थे. वे सुरक्षा बलों पर हमले, हत्या, आगजनी और समाज में आतंक पैदा करने के लिए विस्फोटकों व आइइडी का उपयोग सहित विभिन्न उग्रवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश भी रच रहे थे. पीएलएफआइ कैडर लेवी वसूलने के अलावा अन्य नापाक गतिविधियों, जैसे हथियारों और गोला-बारूद की खरीद और कैडर भर्ती में भी शामिल थे. साथ ही पीएलएफआइ के नेता, कैडर और समर्थक झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और अन्य पीएलएफआइ प्रभावित राज्यों में संगठन को पुनर्जीवित करने और विस्तार करने की साजिश रच रहे थे.
एनआइए की टीम ने शुक्रवार की सुबह-सुबह खूंटी, जरियागढ़, तपकारा और रनिया में छापेमारी अभियान चलाया. जिसमें रनिया में नीलांबर गोप और शिव साहू, तपकारा में विलकन गुड़िया, जरियागढ़ में संजय तोपनो और खूंटी में अशोक पोद्दार के घर में छानबीन की. टीम ने अहले सुबह ब्लॉक चौक स्थित शिव साहू और उसके बाद पेसम गांव के नीलांबर गोप के घर में छापेमारी की. उल्लेखनीय है कि नीलांबर को पुलिस ने जुलाई में गिरफ्तार किया था. वहीं शिव साहू वर्तमान में रनिया में नहीं रहता है. उनके घर में केवल उनकी मां है. छापेमारी के दौरान एनआइए के अधिकारियों ने उनके परिजनों से पूछताछ की.
दो पिस्टल, कारतूस (7.86 मिमी), नकद तीन लाख रुपये, डिजिटल डिवाइस (मोबाइल फोन, सिम कार्ड, पेन ड्राइव, डीवीआर) और डायरी, कई कागजात सहित आपत्तिजनक सामग्री, साथ ही सोने और चांदी के आभूषण के अलावा सेना की वर्दी भी जब्त
झारखंड में गुमला, रांची, खूंटी, सिमडेगा, पलामू और पश्चिमी सिंहभूम जिला के 19 ठिकानों पर छापेमारी