रांची : लातेहार के बालूमाथ थाना अंतर्गत तेतरियाखाड़ कोयला खदान में वर्ष 2020 में हुए हमला मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने गुरुवार को बिहार में कई स्थानों पर छापेमारी की. भागलपुर व पूर्णिया में दो-दो और मधेपुरा में एक स्थान पर छापा मारा. इस दौरान अमन साहू के करीबी भागलपुर निवासी शंकर यादव को एनआइए ने गिरफ्तार किया है. संदिग्धों के परिसरों की तलाशी में पांच मोबाइल, एक हार्ड डिस्क, मैगजीन के साथ एक राइफल, एक पिस्टल, दो मैगजीन और विभिन्न कैलिबर के 63 गोला-बारूद जब्त किये गये. इसके अलावा एनआइए की टीम ने आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ नकद एक करोड़ तीस लाख रुपये भी जब्त किये.
वर्ष 2021 में झारखंड पुलिस से मामला टेकओवर कर एनआइए ने आरसी-01/2021/एनआइए/आरएनसी दर्ज किया था. मामले में एनआइए अब तक कुल 24 आरोपियों के खिलाफ तीन आरोप-पत्र दायर कर चुकी है. यह मामला मूल रूप से दिसंबर 2020 में बालूमाथ थाना में दर्ज किया गया था. इसमें आपराधिक गिरोह के संचालकों सुजीत सिन्हा, अमन साहू और अन्य कोयला खदान पर हमला में शामिल था.
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एनआइए की जांच के अनुसार अमन साहू गिरोह झारखंड में कई सनसनीखेज अपराधों में शामिल था. जिसमें एक डीएसपी पर गोलीबारी, व्यवसायियों और ठेकेदारों पर हमला और जबरन वसूली में वह शामिल था. गिरोह ने झारखंड के बाहर विभिन्न टूटे हुए नक्सली संगठनों और अन्य संगठित आपराधिक गिरोहों के साथ भी संबंध विकसित किए थे. अमन साहू के एक अन्य सहयोगी मधेपुरा निवासी प्रमोद यादव ने पूर्व में मामले से जुड़े एक आरोपी प्रदीप गंझू को शरण दी थी. यह राज्य पुलिस के लिए भी वांछित था. उस पर तीन लाख रुपये का इनाम था.
एनआइए की जांच के अनुसार अमन साहू के एक सहयोगी की पहचान भागलपुर जिले के शंकर यादव के रूप में की गयी है. वह अमन साहू के रियल एस्टेट क्षेत्र में एकत्र किये गये धन को निवेश और चैनलाइज करने में शामिल था. उसके पास से ही नकद एक करोड़ 30 लाख रुपये बरामद होने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया.