रांची : आइएलएस भुवनेश्वर ने झारखंड में ओमिक्रोन की पुष्टि कर दी है. एक जनवरी को भेजे गये 87 सैंपल में से 14 में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है. जबकि एक संक्रमित में डेल्टा वैरिएंट और 32 सैंपल को वैरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में रखा गया है. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि भुवनेश्वर से आयी रिपोर्ट में ओमिक्रोन के फैलाव की जानकारी दी गयी है, जिसके बाद राज्य में नये वैरिएंट को लेकर आदेश जारी किये गये हैं.
नये वैरिएंट को लेकर जो एहतियात बरतनी चाहिए, उसका निर्देश सभी डीसी को भेजा जा रहा है. हालांकि जिन 14 लोगों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है, उनकी स्थिति ठीक है और वह स्वस्थ हो चुके हैं.
इधर, राज्य में एक्टिव केस की संख्या 33,189 है, जिसमें यह पता नहीं चल पा रहा है कि ओमिक्रोन से फिलहाल कितने संक्रमित हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग ओमिक्रोन से संक्रमित होनेवालों से लगातार संपर्क में है. वहीं, उनके संपर्क में आनेवाले लोगों की पहचान एकत्र की जा रही है. गौरतलब है कि प्रभात खबर ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि 15 जनवरी को रिपोर्ट आयेगी.
राज्य में ओमिक्रोन की पुष्टि हो गयी है, ऐसे में लोगों को और भी सावधान व सतर्क होना जरूरी हो गया है. कोरोना का फैलाव राज्य के जिन जिलों में ज्यादा है, वहां पर ओमिक्रोन की पुष्टि के बाद ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. राज्य के रांची, पूर्वी सिंहभूम, बोकारो, हजारीबाग, रामगढ़, देवघर, धनबाद, चतरा और पलामू आदि जिलों में ज्यादा संक्रमित हैं, इसलिए यहां ज्यादा सख्ती की जरूरत है. रिम्स के डॉ प्रदीप भट्टाचार्या ने कहा कि ओमिक्रोन की पुष्टि भले ही अभी हुई है, लेकिन इसका अंदाजा पहले से ही था. कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए ओमिक्रोन की गाइडलाइन का पालन करने की जरूरत है.
राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि सरकार कोरोना की स्थिति पर नजर रखे हुए है. वर्तमान स्थिति की समीक्षा के बाद ही 15 से 31 जनवरी तक सेमी लॉकडाउन बढ़ाया गया है. इसलिए थोड़ा भी लक्षण दिखायी दे, तो जांच जरूर करायें. उधर, श्री गुप्ता ने विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह को कोरोना की दवाओं की स्थिति की समीक्षा कर उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए कहा है.
Posted By : Sameer Oraon