Panchayat Sahayak Salary: रांची-झारखंड के करीब 15 हजार पंचायत सहायकों को करीब पांच साल से पैसे नहीं मिले हैं. उनसे काम लेने के बाद भी उन्हें पैसे नहीं दिए गए. ऐसे में उनका तीन लाख रुपये तक सरकार के पास बकाया है. यह तब की स्थिति है, जब उन्हें काफी कम सम्मान राशि मिलती थी. इस साल मार्च से उनकी सम्मान राशि को बढ़ा कर 2500 रुपये प्रतिमाह किया गया, लेकिन उसका एक भी पैसा उन्हें नहीं मिला है. झारखंड कैबिनेट के फैसले और विभाग के संकल्प के बाद भी इसे लागू नहीं किया गया. इसे लेकर राज्यभर के पंचायत सहायकों में नाराजगी है.
आश्वासन भी मिला, लेकिन नहीं मिले पैसे
राज्य स्तरीय पंचायत सहायक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने कहा कि दशहरा में वे लोग पैसा मिलने का इंतजार करते रहे. उन्हें सरकार व पंचायती राज विभाग से आश्वासन भी मिला, लेकिन एक पैसा भी नहीं मिला. ऐसे में वे लोग दशहरा नहीं मना सके. अब दीपावली व छठ में पैसा मिलने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि उनके बाल-बच्चे पर्व मना सकें.
विभाग ने किया है छल
अध्यक्ष ने कहा कि उनके साथ पंचायती राज विभाग ने छल किया है. मंत्री की पहल पर उन्होंने आंदोलन तोड़ा और विभाग ने मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया. फिर भी उनकी मांगें लटकी है. विभाग ने एक पत्र जारी कर उनके काम करने पर भी रोक लगा दी है.
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