Jharkhand News: झारखंड सरकार मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का को शो-कॉज करेगी. उनसे विशाल चौधरी के कार्यालय में कथित रूप से किये जा रहे सरकारी फाइलों के निष्पादन से संबंधित वीडियो पर स्पष्टीकरण पूछा जायेगा. कार्मिक विभाग इसकी तैयारी कर रहा है. एक-दो दिनों में श्री एक्का को नोटिस भेज दिया जायेगा.
वायरल वीडियो में दावा
मालूम हो कि वायरल वीडियो में दावा किया गया है कि श्री एक्का सरकारी फाइलों का निष्पादन बाहरी व्यक्ति के कार्यालय में कर रहे हैं. भाजपा नेताओं द्वारा वीडियो जारी करने के तुरंत बाद श्री एक्का को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के पद से हटाते हुए पंचायती राज विभाग में उनका तबादला कर दिया गया था. अब उनसे स्पष्टीकरण पूछ कर आगे की कार्यवाही की जायेगी. सर्विस कोड उल्लंघन साबित होने की स्थिति में उनको दंडित भी किया जा सकता है.
भाजपा ने राज्यपाल से लेकर ईडी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की
इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलकर सीबीआई जांच करने संंबंधी ज्ञापन सौंपा था. वहीं, गुरुवा नौ मार्च, 2023 को भाजपा ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को एक ज्ञापन सौंपा. इस दौरान भाजपा ने ईडी को एक पेन ड्राइव भी सौंपा है, जिसमें राजीव अरुण एक्का का एक वीडियो क्लिप है, जिसमें वह विशाल चौधरी के दफ्तर में बैठकर कथित तौर पर सरकारी फाइलें निबटा रहे हैं.
पद के दुरुपयोग का लगाया आरोप
राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में भाजपा नेताओं ने आईएएस राजीव अरुण एक्का पर आरोप लगाते हुए कहा था कि श्री एक्का ने अपने पद का दुरुपयाेग करते हुए पावर ब्रोकर विशाल चौधरी के जरिए मोटी रकम की वसूली की है. साथ ही कहा कि पूर्व प्रधान सचिव पर मनी लॉउंड्रिंग का मामला भी बनता है. वहीं, श्री एक्का ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी द्वारा लगाये गये आरोपों को सिरे से खारिज किया है. कहा कि 30 साल का मेरा करियर बेदाग रहा है. मुझ पर लगाये गये आरोप राजनीति से प्रेरित हैं.