Ranchi Crime: रांची-पुलिस ने अधिवक्ता गोपीकृष्णा हत्याकांड के सभी आरोपियों को 36 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया. मुख्य आरोपी रोशन मुंडा को अनगड़ा के महेशपुर गांव से पुलिस ने मुठभेड़ के बाद शनिवार की देर रात घायल अवस्था में गिरफ्तार किया. उसके पैर में दो गोली लगी है. उसे इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने रोशन के अलावा अधिवक्ता की हत्या में शामिल दोस्त संदीप कालिंदी (सुखदेवनगर के मुड़ला पहाड़ निवासी) को रविवार को सिल्ली से गिरफ्तार कर लिया. रोशन मुंडा (महेशपुर बगानटोली निवासी) को घर में पनाह देनेवाले चचेरे भाई संदीप मुंडा को भी गिरफ्तार किया गया है. ये जानकारी एसएसपी चंदन सिन्हा ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी.
पुलिस को देखते ही गोली चलाने लगा रोशन मुंडा
रांची के एसएसपी ने बताया कि मूलरूप से अनगड़ा के महेशपुर गांव का रहनेवाला रोशन मुंडा रांची के महुआ टोली, रूगड़ीगढ़ा सरकारी फ्लैट नंबर-22 में रहता था. उसने पुलिस को बताया कि अधिवक्ता गोपीकृष्णा उसकी कई केस में मदद भी करते थे. मोबाइल फोन लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम रोशन मुंडा के ठिकाने तक पहुंची थी. देर रात पुलिस ने उस घर को घेर लिया, जहां वह ठहरा था. पुलिस को देखते ही रोशन घर के अंदर से गोली चलाने लगा. पुलिस की ओर से भी जवाब में गोली चलायी गयी. इसमें दो गोली उसके पैर में लगी और उसे घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया गया. उसकी निशानदेही पर संदीप कालिंदी को सिल्ली से गिरफ्तार किया गया. वह भी एक घर से भागने के दौरान घायल हो गया. उन्होंने बताया कि 2015 में रोशन ने ठेकेदार राजेश बड़ाइक की भी हत्या पत्थर से कूच कर दी थी.
पूजा का लोटा गिरने पर अधिवक्ता ने रोशन को जड़ा था थप्पड़
एसएसपी ने बताया कि घटना के दिन शुक्रवार की सुबह 8:30 बजे अधिवक्ता गोपीकृष्णा महुआ टोली स्थित शिव मंदिर में पूजा करने जा रहे थे. इसी दौरान गलती से रोशन मुंडा उनसे टकरा गया और पानी से भरा लोटा गिर गया. इससे नाराज होकर अधिवक्ता ने रोशन को थप्पड़ जड़ दिया था. उस वक्त रोशन ने उन्हें देख लेने की धमकी दी थी. महुआटोली में रहने के कारण वह अधिवक्ता का घर जानता था. गुस्से के कारण वह अधिवक्ता के घर के पास घात लगा कर बैठ गया. दिन के 11:00 बजे अधिवक्ता घर से निकल कर जब जेरोक्स कराने दुकान जा रहे थे, उसी समय रोशन ने चाकू से ताबड़तोड़ प्रहार कर उनकी हत्या कर दी. अधिवक्ता की हत्या में उसका दोस्त संदीप कालिंदी ने भी साथ दिया था. अधिवक्ता की हत्या करने के बाद रोशन महेशपुर स्थित अपने चचेरे भाई संदीप मुंडा के घर में छिपकर रहने लगा.
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