Ranchi News: चर्च ऑफ गॉड ने 8366वां विश्व पर्यावरण सफाई अभियान चलाया. चर्च ऑफ गॉड वर्ल्ड मिशन सोसाइटी(प्रधान पादरी किम जू चिअल, चर्च ऑफ गॉड) ने स्थानीय निवासियों के आराम करने की जगहों की अच्छी तरह से साफ किया. सोसाइटी ने रांची स्थित हेहल पहाड़ पार्क की सफाई की. चर्च के सदस्यों, उनके परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों सहित लगभग 160 लोगों ने इस अभियान में हिस्सा लिया. सफाई अभियान के कारण स्थानीय निवासियों और आगंतुकों के चेहरे पर मुस्कान ला दी. सफाई अभियान पर चर्च के एक अधिकारी ने कहा कि हेहल पहाड़ पार्क गांव के पास है. स्थानीय निवासी अक्सर यहां आते हैं. इसलिए एक अच्छे वातावरण की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र को अधिक सुंदर और रहने योग्य बनाने में मदद करने के लिए सदस्यों ने खुशी-खुशी भाग लिया.
चर्च के सदस्यों की ओर से एक दिवसीय सफाई अभियान में विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्तियों ने भी हिस्सा लिया. स्वयंसेवकों की गतिविधियों की सभी ने सराहना की. नगर पालिका 34 सुपरवाइजर राज किशोर ने कहा कि निगम और चर्च ऑफ गॉड मिलकर रांची को स्मार्ट सिटी बनाएंगे. और अन्य वार्डों में भी स्वच्छता अभियान के लिए मिलकर काम करेंगे. रांची नगर निगम ने भी चर्च के सदस्यों की स्वयंसेवा का स्वागत किया. नगर निगम ने सदस्यों को फावड़े, झाड़ू और बोरे के साथ-साथ ट्रैक्टर जैसी सफाई सामग्री प्रदान करके सक्रिय रूप से सहयोग किया. इस कार्य के दौरान पुलिस प्रशासन ने भी सहयोग किया.
पार्क में आगंतुकों की ओर से बहुत सारा कचरा छोड़ दिया गया था. जिसमें डिस्पोजेबल प्लास्टिक कप, टिशू, प्लास्टिक बैग, खाद्य पैकेजिंग और सिगरेट के टुकड़े शामिल थे. स्वयंसेवक पत्थर की सीढ़ियों से ऊपर चले और सड़क के किनारे और झाड़ियों के बीच फेंके गए कचरे को हटाया. जो कूड़ा काफी समय से पड़ा हुआ था और उससे दुर्गंध आ रही थी, उसे भी साफ किया गया. करीब 3 घंटे में जमा किया गया कचरा 3000 लीटर के 200 कचरे के थैलों में भर गया.
इस दौरान अलेक्जेंडर गुड़िया नाम की सहयोगी ने बताया कि स्थानीय समुदाय के सदस्य के रूप में मैंने इस उम्मीद में इस सफाई में भाग लिया कि स्थानीय पर्यावरण साफ-सुथरा और बेहतर हो. वहीं संगीता मुंडा ने कहा कि मैं पड़ोसी समुदाय की देखभाल करने वाले अच्छे व्यवहार के माध्यम से बड़े होने वाले बच्चों के लिए एक अच्छा उदाहरण स्थापित करना चाहती हूं. क्षेत्रीय विकास और एकता के लिए स्वयंसेवा कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेना जारी रखने की अपनी इच्छा व्यक्त की.
चर्च ऑफ गॉड ने झारखंड के साथ-साथ पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न राज्यों में समुदाय को स्वच्छ बनाने के लिए लगातार सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं. इसके अलावा, अभियान में पेड़ लगाना, सरकारी स्कूलों में पानी की टंकी लगाना, यूनिफॉर्म, स्कूल बैग और शैक्षिक सामग्री प्रदान करना, कोविड-19 संगरोध अधिकारियों के लिए सहायता, तूफान से हुए नुकसान की मरम्मत, और पोलियो टीकाकरण में स्वयंसेवकों के रूप में सेवा करना जैसे कई क्षेत्रों में भी समुदाय के विकास और एकता के लिए योगदान दिया है. चर्च रक्त आपूर्ति की कमी को दूर करने और जीवन के प्रति सम्मान के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए रक्तदान रिले भी सक्रिय रूप से चला रहा है.
इन परोपकारी और समर्पित गतिविधियों के लिए, महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय और विशेष सहायता मंत्री, छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री और मुंबई, अहमदनगर और वसईविरार के महापौरों ने योग्यता और प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मानित किया. चर्च ऑफ गॉड को 4800 से अधिक पुरस्कार प्राप्त हुए हैं जिनमें संयुक्त राज्य अमेरिका के तीन सरकारों से राष्ट्रपति का स्वयंसेवा पुरस्कार, कोरिया की तीन सरकारों से राष्ट्रपति पुरस्कार, पेरू का ऑर्डर ऑफ मेरिट, ब्राजील में विधायी योग्यता पदक शामिल हैं.
चर्च ऑफ गॉड की शुरुआत 1964 में कोरिया में हुई और इस वर्ष वह अपनी 60वीं वर्षगांठ मना रहा है. भारत सहित 175 देशों के 7,800 क्षेत्रों में 37 लाख विश्वासी हैं जो बाइबल के अनुसार ‘पिता परमेश्वर’ और ‘माता परमेश्वर’ पर विश्वास करते हैं. 2,000 साल पहले के प्रथम चर्च की परंपरा के अनुसार, वह नई वाचा का फसह, सब्त और तीन बार में सात पर्व मनाता है. मसीह की शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए, चर्च 29,000 से अधिक सामाजिक योगदान गतिविधियों के माध्यम से दुनिया को आशा और आराम प्रदान कर रहा है, जिसमें पर्यावरणीय सफाई, आपदा राहत, वंचित पड़ोसियों की मदद करना और स्थानीय समुदायों का समर्थन करना शामिल है.