रांची : रिम्स में सोमवार को छह घंटे सर्वर डाउन रहा. इंटरनेट सेवा फेल होने से ओपीडी में परामर्श लेने आये मरीज काफी परेशान रहे. काफी हो-हल्ला के बाद ओपीडी की मैनुअल पर्ची जारी की गयी. वहीं, सबसे ज्यादा परेशानी जांच कराने आये मरीजों को हुई, क्योंकि इसके लिए मैनुअल पर्ची जारी नहीं हो सकती थी. इधर, जांच पर्ची जारी नहीं होने से सीटी स्कैन, एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड सहित ब्लड की जांच नहीं हो पायी. ऐसे में मरीज मेडॉल या निजी लैब में दोगुना पैसा देकर जांच कराने को विवश हुए. यह समस्या शाम को 4.35 बजे सर्वर के री-स्टोर होने के बाद दूर हुई. हालांकि तब तक ओपीडी का समय खत्म हो गया था. इधर, दर्जनों मरीज परेशानी के कारण सदर अस्पताल परामर्श लेने चले गये.
सुबह नौ बजे से मरीज कतार में लगे थे :
ओपीडी काउंटर पर खड़े मरीज और उनके परिजनों ने बताया कि वह सुबह नौ बजे से ही कतार में लग गये थे. सुबह 10.30 बजे अचानक कर्मचारियों ने बताया कि सर्वर डाउन हो गया है, इसलिए ऑनलाइन पर्ची जारी नहीं होगी. इधर, काफी देर तक लाइन में खड़े होने के बाद कांउटर के सामने पहुंचे मरीजों को जब इसकी जानकारी हुई, तो वह कर्मचारियों से बहस करने लगे. जब मामला प्रबंधन के पास पहुंचा, तो मैनुअल पर्ची जारी करने के लिए कहा गया. ज्ञात हो कि रिम्स प्रबंधन सर्वर की वैकल्पिक व्यवस्था में लगा है, लेकिन कई साल से इसकी प्रक्रिया पूरी नहीं की गयी है.
एनआइसी की तरफ से यह समस्या पूरे भारत में रही. ओपीडी की मैनुअल पर्ची जारी की गयी. जांच की पर्ची मैनुअल जारी नहीं हो सकती थी, इसलिए रेडियोलॉजी और ब्लड जांच प्रभावित रही. शाम 4.30 बजे सर्वर री-स्टोर हो पाया.
डॉ हिरेंद्र बिरुआ, अधीक्षक रिम्स