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कैश कांड में गिरफ्तार झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर आलम की रिमांड अवधि 3 दिन के लिए बढ़ा दी गई है. वहीं, जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार इरशाद अख्तर, तापस घोष व संजीत कुमार की भी रिमांड अवधि 3 दिन के लिए बढ़ा दी गई है.
कैश कांड के आरोपियों को ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में किया पेश
कैश कांड मामले में गिरफ्तार संजीव लाल और जहांगीर आलम को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने शनिवार (18 मई) को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया. ईडी ने विशेष जज से पूछताछ के लिए दोनों की रिमांड मांगी थी. उधर, जमीन घोटाला मामले में इरशाद अख्तर, तापस घोष और संजीत कुमार की भी रिमांड ईडी अफसरों को मिल गई है.
6 मई को आलमगीर आलम के पीएस के ठिकानों पर हुई छापेमारी
ईडी की टीम ने 6 मई को आलमगीर आलम के पीएस और उसके नौकर के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान पीएस संजीव लाल के दफ्तर और जहांगीर आलम के घर से 35.23 करोड़ रुपए बरामद हुए थे. इसके बाद इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था. बाद में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को दो दिन की पूछताछ के बाद इसी मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया. मंत्री अभी 6 दिन की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिमांड में हैं.
कोलकाता में रजिस्ट्री ऑफिस का कर्मचारी है तापस घोष, संजीत कुमार
तापस घोष कोलकाता की रजिस्ट्री ऑफिस का कर्मचारी है. उस पर बड़गाईं अंचल में 8.5 एकड़ जमीन के फर्जीवाड़ा करने का आरोप है. संजीत कुमार भी कोलकाता रजिस्ट्री ऑफिस में ही कार्यरत है. इन दोनों के साथ हजारीबाग के डीड राइटर इरशाद अख्तर को पूछताछ के बाद ईडी ने गिरफ्तार किया था. इन लोगों पर जमीन के मूल दस्तावेज से छेड़छाड़ करके जमीन की खरीद-बिक्री करने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोप है.
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