Ranchi News: रांची-सिरमटोली स्थित केंद्रीय सरना स्थल की जमीन पर फ्लाईओवर निर्माण के खिलाफ आदिवासी समुदाय के लोगों में रोष है. लोगों ने सरना स्थल की जमीन के अधिग्रहण के खिलाफ बुधवार को सिरमटोली चौक दो घंटे (दोपहर दो से शाम चार बजे) तक जाम रखा. इस दौरान मंत्री चमरा लिंडा भी पहुंचे और लोगों से बातचीत की. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि किसी भी हालत में सरना स्थल की जमीन नहीं देंगे. लोगों ने बताया कि सरना स्थल की जानकारी निर्माण के समय भी अधिकारियों और इंजीनियरों को दी गयी थी. इसके बावजूद अधिकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया. इस दौरान चुटिया से सिरमटोली जानेवाली सड़क, सिरमटोली से स्टेशन रोड, बहू बाजार से सिरमटोली तथा सुजाता चौक से सिरमटोली जानेवाली सड़क पर आवागमन पूरी तरह ठप रहा. सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी थी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और राहगीरों के बीच बकझक भी हुई.
जाम स्थल पर पहुंचे अधिकारी
जाम की सूचना के बाद प्रशासन और पुलिस के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे. इस दौरान एडीएम एवं पुलिस के पदाधिकारियों के साथ भारत आदिवासी पार्टी के प्रेमशाही मुंडा, माले नेता भुवनेश्वर केवट, राजू महतो, चंदन पाहन, विजय उरांव, दिनेश उरांव ने वार्ता की. बताया गया कि सिरमटोली सरना स्थल पर ही सरहुल का जुलूस पहुंचता है और लाखों की भीड़ होती है. अगर फ्लाईओवर के लिए सरना स्थल की जमीन ली गयी, तो फिर वहां सरना स्थल का अस्तित्व मिट जायेगा. इस दौरान लोगों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. इस दौरान बहूबाजार दुकानदार संघ के दुकानदार भी पहुंचे और जाम का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि फ्लाईओवर निर्माण से उनकी भी रोजी-रोटी छीन जायेगी. अधिकारियों ने कहा कि उनकी बात सरकार तक पहुंचा दी जायेगी. 24 जनवरी को डीसी से वार्ता के आश्वासन के बाद जाम हटाया गया.
जाम से पूर्व सरना स्थल पर हुई बैठक
जाम से पूर्व सिरमटोली सरना स्थल पर आदिवासी समुदाय की बैठक हुई. बैठक में कहा गया कि हमेशा आदिवासी समुदाय की जमीन को ही टारगेट किया जाता है. सरना स्थलों तक की जमीन सुरक्षित नहीं है. लोगों ने कहा कि सिरमटोली सरना स्थल लाखों आदिवासियों की आस्था का केंद्र है और इसकी जमीन का अधिग्रहण नहीं होने दिया जायेगा. बैठक में पवन तिर्की, आकाश तिर्की, अतुल केरकेट्टा, जुवेल उरांव, वंदना टोप्पो, कुंदरसी मुंडा आदि उपस्थित थे.
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